आचार्य नरेश नारायण
वृन्दावन (वृन्दावन इन्साफ, April 20, 2010) : व्रज वृन्दावन हैरिटेज एलायंस के तत्त्वावधान में विश्व धरोहर दिन के अवसर पर रविवार दि. १८ अप्रैल २०१० को वृन्दावन में ब्रज के प्राचीन मन्दिरों एवं घाटों को संरक्षित करने के लिये प्राचीन गोविन्ददेव मन्दिर के सामने प्रदर्शन किया गया ।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ब्रज वृन्दावन के समस्त प्राचीन मन्दिर, भवन, देवालय, जलाशय, टीले एवं घाटों को संरक्षित किया जाना चाहिये । गोविन्ददेव मन्दिर वास्तु शास्त्र के अनुसार लाल पत्थर से कलात्मक बना एक अद्वितीय मन्दिर है । इस मन्दिर को सुरक्षित रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही जरूरी है । उन्होंने कहा कि प्रत्येक कला प्रेमी ब्रजवासी को इन ऐतिहासिक धरोहरों की रक्षा करना संकल्प लेना चाहिये ।
वृन्दावन की प्राचीन इमारतों के साथ-साथ यहां की संस्कृति को भी संरक्षित किया जाना चाहिये । मन्दिर के प्राचीन स्थल जीवन्त धरोहर हैं । उन्हें अब तक संरक्षण प्राप्त नहीं हुआ है । उन्होंने कहा ब्रज की कई प्राचीन इमारतें अवैध लोगों को गिरफ्त में आ चुकी हैं । जिन पर सरकारको ध्यान देकर कार्यवाही करनी चाहिये ।
इस अवसर पर प्रदर्शन करने वालों मे बालकृष्ण गौतम, अनुज गुणत्वी, आचार्य नरेश नारायण, स्वामी प्रद्युम्न प्रताप सिंह, राम नारायण ब्रजवासी, विष्णुदास, अशोक अग्रवाल, गोपाल शर्मा, मधुमङ्गल शुक्ला, प्रेम चन्द्र सरस्वती, सेवक शरण, जगन्नाथ पोद्दार, रवीन्द्र कुलश्रेष्ठ, कैलाश दीक्षित, श्रीधर शर्मा, पवन शुक्ला, रामबाबू शर्मा आदि उपस्थित थे ॥
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