Saturday, May 29, 2010

2010-05-30 ब्रज का समाचार

रोड पर गड्डे बने जी का जंजाल


वृन्दावन (DJ May 30, 2010) । वृन्दावन समग्र विकास योजना अब लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। अब तक नगर की गलियों में हो रहे विकास कार्यो से परेशान जनता मुख्य मार्ग पर भी चलने में डरने लगी है। मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर सड़क के बीचों बीच बने गहरे गड्ढे जनता के लिए दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं।

वृन्दावन प्रोजेक्ट में अधिकारियों का सुपरविजन न होने के कारण प्रोजेक्ट के विभिन्न कार्य जनता के लिए दोहरी परेशानी का कारण बन गये हैं। नगर की संकरी गलियों में हो रहे विकास कार्यो के कारण पहले ही नगरवासी दुखी थे, अब मथुरा-वृन्दावन मुख्य मार्ग पर जहां-तहां बन चुके गड्ढे हादसों को न्यौता दे रहे हैं। जगह-जगह पाइप एवं सीवर लाइन टूटने के कारण सड़क धंस जाने से अचानक गहरे गड्ढे बन गये हैं।

मथुरा मार्ग पर टैम्पो स्टैण्ड के समीप ऐसा ही एक गड्ढा खुलेआम दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहा है। सड़क पर गहरा दिखने वाला यह गड्ढा शनिवार को बारिश के कारण पानी से लबालब भर गया। जिससे गड्ढे की गहराई का अंदाजा न होने के कारण कई वाहन स्वामी गिरकर बुरी तरह चुटैल हो गये। वहीं बारिश का पानी समीप की कालोनियों में भी भर गया। वृन्दावन प्रोजेक्ट के विकास कार्यो की दुर्दशा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।


आध्यात्मिक शिक्षा चरित्र निर्माण का साधन


मथुरा (DJ May 30, 2010) । मूल्यवान वस्तु किसी को सिर्फ धनवान बना सकती है परंतु गुणवान नहीं, आध्यात्मिक शिक्षा चरित्र निर्माण करती है। भारत का आज विश्व में स्थान, सम्मान और महत्व उच्च चरित्रवान, महान दार्शनिक तथा अनन्य आध्यात्मिक विभूतियों से है। उनके दिखाए गये मार्ग सच्चे हैं जिन पर चलकर चरित्र निर्माण किया जा सकता है। ग्राम मुड़लिया में चल रही वेद कथा में वेदज्ञाता सुश्री सरिता ने अपनी कथा के दौरान यह विचार व्यक्त किये।


सूरज सुखा रहा यमुना का पानी


मथुरा (DJ May 30, 2010) । यह लगातार बढ़ रहे तापमान का ही असर है कि यमुना में बह रहा नालों का पानी भी सूख रहा है, इससे आगरा की ओर जाने वाले पानी की मात्रा लगातार कम हो गयी है। यमुना का पानी तेरह दिन में करीब दो सौ क्यूसिक सूख चुका है।

आगरा जल संस्थान के काम आने वाला पानी मथुरा से ही जाता है। डेढ़ माह पहले तक गोकुल बैराज से 11 सौ क्यूसिक पानी का डिस्चार्ज नियमित रूप से हो रहा था, लेकिन पिछले पंद्रह दिन से पड़ रही भीषण गर्मी ने अब तक पचास फीसदी पानी सुखा दिया है।

यह सही है कि यमुना में नालों का पानी ही तैर रहा है। इतना पानी नालों की बदौलत ही भरा हुआ है। अन्यथा ओखला बैराज से 101 क्यूसिक पानी और हरनौल एस्केप से ढाई सौ क्यूसिक गंगाजल ही मिलता है। गंगाजल की मात्रा तो इससे भी कम हो सकती है। फिर भी कागजों में कुल साढ़े तीन सौ क्यूसिक पानी के अतिरिक्त जो मात्रा यमुना में बनी रहती है, वह उद्योगों व घरों का पानी ही है।

लेकिन पिछले तेरह दिन में यह पानी भी सूख रहा है। 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास घूम रहे तापमान के बीच आगरा को डिस्चार्ज किए जाने वाले पानी में भारी कमी आ गयी है। इससे आगरा शहर में पेयजल संकट खड़ा हो सकता है।

बैराज से मिले आंकड़े बता रहे हैं कि 21 से 24 मई के बीच ही दो सौ क्यूसिक की कमी आ गयी है। 15 मई को बैराज से आगरा के लिए 867 क्यूसिक पानी जारी किया गया था और 21 मई तक इतनी मात्रा में ही पानी जा रहा था, पर 24 मई को कुल 694 क्यूसिक ही पानी डिस्चार्ज किया जा सका। बीते दिन 698 क्यूसिक पानी भेजा गया।
बताया गया है कि यमुना में पानी की कमी तो हो ही रही है, इस बीच बैराज पौंड के जलस्तर को भी मेंटेन करना है, इसलिए अतिरिक्त पानी ही हमेशा की तरह आगरा को डिस्चार्ज किया रहा है।

यमुना कार्ययोजना के याची गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी का कहना है कि यमुना में पानी की कमी से गंदगी सतह पर आ रही है और पानी में भारी बदबू व कीड़े तैर रहे हैं। गंगा दशहरा के स्नान के लिए जिला प्रशासन से अतिरिक्त पानी छुड़वाए जाने की मांग की गयी है।

ब्रज लाइफ लाइन वैलफेयर के संयोजक महेंद्र नाथ चतुर्वेदी का कहना है कि यमुना में पानी की वजह से बैराज लैब में क्लोरीन की ज्यादा मात्रा यूज की जा रही है। पहले की तुलना में पानी का स्वाद भी बदल गया है। ज्यादा केमिकल की मात्रा जल शोधन में प्रयोग होने से जन सामान्य का स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बढ़ गया है।



ब्रज की दुर्दशा पर आहत दिखे लालु पुला तेजप्रताप


मथुरा (DJ May 30, 2010) । राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजप्रताप यादव ब्रज की दुर्दशा को लेकर खासे आहत नजर आये। अपनी पीड़ा को उजागर करते हुए उन्होंने ब्रज विकास के लिए ब्रजवासियों का सहयोग मांगा और हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।

शनिवार को ग्राम बड़ी आटस में समाजवादी पार्टी मथुरा-वृन्दावन विधानसभा अध्यक्ष ठा. मुकेश सिंह सिकरवार के पिता स्व. श्यामलाल सिकरवार की स्मृति में बन रही धर्मशाला एवं मूर्ति का निरीक्षण करने आये तेजप्रताप यादव ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार को ब्रज मण्डल की महत्ता समझनी चाहिए। मथुरा-वृन्दावन में देश-विदेश के लाखों करोड़ों तीर्थयात्री भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का दर्शन करने आते हैं ऐसे में यहां की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता।

प्रदेश सरकार को पर्यटन की दृष्टि से सम्पूर्ण ब्रज मण्डल का विकास कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की आल्हादिनी शक्ति राधारानी के गांव बरसाना में पहाड़ियों का अवैध खनन चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यदि ब्रजवासी उनका सहयोग करें तो वह ब्रज की पहाड़ियों का खनन रोकने के लिए प्रयास करेंगे।



पीडब्ल्यूडी का जल निगम को नोटिस


नाला निर्माण और जलभराव से सड़कें हो रहीं क्षतिग्रस्त
सख्ती : निगम को टूटी सड़कों की मरम्मत के निर्देश,
लगातार दूसरी बार जारी किया गया है नोटिस,
कार्रवाई से जिलाधिकारी को अवगत कराया


मथुरा (AU, May 30, 2010) । नाला निर्माण के दौरान जल निकासी का इंतजाम न करना जल निगम को भारी पड़ रहा है। जलभराव के कारण सड़कों के क्षतिग्रस्त होने से पीडब्ल्यूडी अफसरों की त्योरियां चढ़ी हुई हैं। पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने इस मामले में जल निगम को नोटिस दे दिया है। नोटिस में जल निगम को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं।

नर्म के स्टोर्म वाटर प्रोजेक्ट के तहत जल निगम के मार्फत कार्यदायी संस्था इन दिनों शहर में दो नालों का निर्माण करा रही है। दोनों नालों का एक साथ निर्माण होने तथा जलनिकासी की व्यवस्था न करने से तमाम विसंगतियां पैदा हो गई हैं। इंडस्ट्रियल एरिया समेत शहर के अन्य घनी आबादी वाले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। जलभराव का असर सड़कों पर पड़ा है।

जलभराव और निर्माण के चलते सड़कों में तमाम स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। कई जगह से सड़क कट भी गई है। इससे पीडब्ल्यूडी अफसर खफा हैं। इस मामले में पूर्व में एक बार जल निगम को नोटिस देने के बाद शनिवार को पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन ने एक बार फिर जल निगम को नोटिस भेजा है। नोटिस में निर्माण और जलभराव से सड़क टूटने का हवाला देकर इनकी मरम्मत को कहा गया है।

डीएम को भी पत्र लिखकर समस्या की जानकारी दे दी गई है। एक्सईएन संतराम ने बताया कि शनिवार को जल निगम को नोटिस जारी कर दिया गया है। नोटिस में जलभराव रोकने, भरे पानी की पंपिंग कराने तथा टूटी सड़कों की मरम्मत की बात कही गई है।



सवर्ण गरीबों के साथ अन्याय बंद हो


मथुरा (DJ May 30, 2010) । जातिगत आरक्षण से आहत सवर्ण विकास समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी ने कहा है कि सरकार को अब सवर्ण गरीबों के साथ अन्याय बंद कर देना चाहिये। इस मौके पर क्षत्रिय नेता कुं. नरेंद्र सिंह ने जातिगत आरक्षण को समाप्त करने पर जोर दिया।

समिति अध्यक्ष ने आगे कहा कि संगठन कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक स्तर पर गरीबों के हित में कार्य करने का संकल्प लिया है। बहुत जगह कार्य हो रहा है। अब मथुरा में भी गरीब तबके की हमदर्दी करने लिये कार्य शुरु हो गया है। समिति की प्रदेश कार्यसमिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं लक्ष्मी ग्रुप के चेयरमैन गजेंद्र शर्मा ने कहा कि जिन जातियों को आरक्षण दिया जा रहा है क्या उनमें धनवान नहीं है। उन्हें आरक्षण क्यों दिया जा रहा है। सवर्ण गरीबों को आरक्षण न दिया जाना तथा अमीरों को देना जारी रखना सरासर अन्याय है।

क्षत्रिय नेता कुं. नरेंद्र सिंह एवं मोहन सिंह राजपूत ने समिति कार्यक्रमों में सवर्ण समाज के हित तथा योग्यता व गरीबी आधारित आरक्षण के लिये हर प्रकार का सहयोग करने की घोषणा की।



आकाशीय बिजली और आंधी ने ली सात लोगों की जान


मथुरा (DJ, May 30, 2010) । दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने से पांच लोगों की जान चली गयी और तीन लोग झुलस गये। आकाशीय बिजली ने 38 भेड़ और दो भैंसों को भी काल का ग्रास बना दिया। जब कि सुरवारी और बाजना के पास आंधी ने दो अन्य लोगों की जान ले ली।

गोवर्धन प्रतिनिधि के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव पांडल और ओम नगर के बीच शनिवार को लगभग सवा तीन बजे झोपड़ी पर बिजली गिर गयी। यहीं पर ओम नगर निवासी जयपाल की झोपड़ी है। शनिवार को अपराह्न तेज आंधी आते ही वहां से गुजर रहे प्रताप पुत्र कन्ना राम निवासी महादेव गढ़ी पाली और खीमा राम (50) पुत्र हरिदार मांगड़ी निवासी पाली जोधपुर बैठ गये। प्रताप और कन्ना राम अपने अन्य साथियों के साथ भेड़ चराने के लिए पाली से गंगा की तरफ आये थे। अब ये लोग वापस लौट रहे थे। इनकी भेड़ झोपड़ी के आस-पास बैठ गयीं। सवा तीन बजे आकाशीय बिजली गिरी और सब कुछ भस्म करती चली गयी। बिजली गिरते ही बहुत तेज आवास हुई। बिजली गिरने से प्रताप और कन्ना राम की मौत हो गयी। 38 भेड़ भी जलकर मर गयीं।

दूसरी तरफ नंदगांव के गांव भड़ौकर में पहाड़ी के पास क्रेशर के पास बिजली गिरी। हमारे नंदगांव प्रतिनिधि के अनुसार क्रेशर पर पत्थर पिसाई का काम करने वाले मजदूर टीन की झोपड़ी डालकर रहते हैं। अपराह्न आंधी आते ही मजदूर अपनी-अपनी झोपड़ियों में बैठ गये। साढ़े तीन बजे करीब एक टीन की झोपड़ी पर बिजली गिर गयी। इस झुग्गी में छह लोग मौजूद थे। बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि तीन बुरी तरह घायल हो गये। ये सभी बिहार के रहने वाले थे। मरने वालों में केशव यादव (32) पुत्र बाबूजी यादव निवासी देवी पंट्टी सुपौल बिहार, विजन (23) पुत्र बहौरी यादव, सिखावन सुपौल, गजेन्द्र यादव (25) पुत्र तिरकू यादव, सुखावन सुपौल थे। शंभू यादव (27) पुत्र हरेन्द्र यादव राघवपुर सुपौल, विजेन्द्र (28) पुत्र भम्बेश्वर किशनपुरा सुपौल, राझा (26) पुत्र कुंजी लाल किशनपुरा सुपौल बिहार बुरी तरह झुलस गये। उन्हें उपचार के लिए कोसीकलां के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दूसरी तरफ नंदगांव में बिजली का खंभा गिरने से एक युवक की मौत हो गयी। नंदगांव प्रतिनिधि के अनुसार नंदगांव से कोसी जा रहा कल्लू पुत्र श्याम निवासी दिवाका मोहल्ला आंधी आने पर सुरवारी के समीप रुक गया। इसी दौरान दो खंभे गिर पड़े जिससे कल्लू की मौत हो गयी।

बाजना प्रतिनिधि के अनुसार मुड़लिया गांव में भागवत कथा के दौरान पेड़ टूटने से शांति देवी पत्नी नेकसा निवासी मुड़लिया और रामदेई निवासी अहमदपुर दब गयीं। भीड़ ने इन्हें निकाला तब तक शांति देवी ने दम तोड़ दिया।

इसके अलावा सुरीर के टैंटीगांव में कृष्णा की दो मंजिला मकान की दीवार गिर गई और कमरे में बैठी कृष्णा की पुत्री प्रियंका और उमा मलबे में दबकर घायल हो गई। गंभीर अवस्था में दोनों को उपचार के लिए अलीगढ़ ले जाया गया। यहां दो भैंस आकाशीय बिजली से मर गयीं। सौंख में नगीना पुत्री मौहम्मदिया के ऊपर टीन गिर गया और वह घायल हो गयी। आंधी ने कई स्थानों पर कहर बरपाया। रेलवे ट्रैक पर फरह के नजदीक पेड़ गिरने से पौन घंटे यातायात बाधित रहा। हाइवे पर भी कई जगह पेड़ गिरने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।



आकाशीय बिजली गिरने से पांच की मौत, तीन झुलसे


बरसाना के गांव भड़ोकर में तीन मजदूर काल के गाल में समाए
काला शनिवार : गोवर्धन के पाडल में चरवाहे मामा-भांजे भी मृत,
तीन दर्जन भेड़ और भैंस मरीं, दीवार ध्वस्त हुई


कोसीकलां/गोवर्धन/बरसाना (AU, May 30, 2010) । शनिवार को अंधड़ और आकाशीय बिजली कहर बनकर टूट पड़ी। आकाशीय बिजली गिरने से बरसाना के गांव भड़ोकर में तीन मजदूर एवं गोवर्धन के गांव पाडल में भेड़ चरा रहे दो चरवाहे काल के गाल में समा गए। तीन दर्जन से अधिक भेड़ और भैंस भी मौत के मुंह में समा गईं। प्रशासन आपदा राहत के लिए सर्वे में जुट गया है।

बरसाना के गांव भड़ोकर में काम की तलाश में आए सूपोल (बिहार) निवासी केशव यादव (३२) पुत्र बाबू यादव, विजन यादव (२३) पुत्र बहोरी यादव, गजेंद्र यादव (२८) पुत्र लिलकू, शंभू, विजेंद्र और रांझा कमरे में बैठे थे। लगभग पौने तीन बजे तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। इसमें सभी मजदूर बुरी तरह झुलस गए। इन्हें कोसी के नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहां केशव, विजन और गजेंद्र को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर एसडीएम (छाता) राजपाल सिंह आदि अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

उधर, गोवर्धन-छाता मार्ग पर गांव पाडल के जंगल में राजस्थान के गांव गिडा, पाली निवासी ५५ वर्षीय खेमो अपने २५ वर्षीय भांजे प्रताप के साथ भेड़ चरा रहा था। शनिवार की शाम करीब चार बजे अचानक आए अंधड़ और बूंदाबांदी से बचने के लिए मामा-भांजे भेड़ों को लेकर खेत में लगी एक भूसे की बुर्जी के पीछे खड़े हो गए। इसी बीच आकाशीय बिजली इन लोगों पर गिर गई। इससे दोनों की मौत हो गई। वहां खड़ी ३८ भेड़ भी मर गईं।
टैंटीगांव-सुरीर के गांव महमूद गढ़ी में भी आकाशीय बिजली गिरने से घर के समीप बंधी सोरन की दो भैंस जलकर मर गई। टैंटीगांव निवासी त्रिलोक चंद के भाई के मकान का निर्माण हो रहा था। अंधड़ के चलते दीवार की ईंटें त्रिलोक चंद के घर में आ गिरी। ईंट लगने से त्रिलोक चंद की बेटी प्रियंका का पैर टूट गया। प्रियंका को इलाज के लिए अलीगढ़ ले जाया गया है।



अंधड़ से कोहराम, बरसात से राहत


मार्गों किनारे लगे पेड़ गिरने से आवागमन ठप, वाहनों की लगी कतार
आपदा : बलदेव में पुलिस चौकी पर पेड़ गिरा, पुलिसकर्मी बचे,
महावन में पेड़ के नीचे दुकानदार समेत आधा दर्जन दबे


मथुरा (AU, May 30, 2010)। अंधड़ ने देहात में कोहराम मचा दिया। जगह-जगह बिजली के खंबे, दीवार, पेड़, होर्डिंग्स गिरने से आफत खड़ी हो गयी। इसके चलते विद्युत आपूर्ति बुरी तरह लड़खड़ा गयी। महावन में पेड़ गिरने से दुकान पर बैठे आधा दर्जन लोग दब गए। शहर में अंधड़ का आंशिक असर रहा।

बलदेव व अकोस संवाददाता के अनुसार शनिवार सायं तेज अंधड़ में मेला रोड स्थित पुरानी पुलिस चौकी पर काफी पुराना पेड़ अचानक भरभरा कर गिर गया, जिससे कई पुलिसकर्मी बाल बाल बच गये। पुलिस चौकी के सामने ही स्थित विष्णु पांडेय के मकान की छत्त व मकान को काफी नुकसान हो गया। थाने के समीप स्थित जवाहर रोड पर गोयल प्रेस की अस्सी फुट लंबी दीवार ढह गयी। तेज अधंड से जगह-जगह पेड़ धराशायी हो गए वहीं कई जगहों से बिजली के खंभे व तार, होर्डिग्स,घरों की टीन उड़ गयी। बलदेव बरौली मार्ग पर एक दर्जन बिजली के खंभे तथा पेड़ों के गिरने से आवागमन ठप्प हो गया। इससे जाम लग गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी। महावन में मोहल्ला बलदेव गढ़ में खोखे में बैठे राजबहादुर सहित आधा दर्जन ग्राहकों पर नीम का पेड़ गिर पड़ा। इससे सभी बाल-बाल बचे। वहीं यादराम के मकान के निकट पेड़ गिरने से नजदीक ही खेल रहे बच्चे बाल-बाल बचे।

छाता, सोंख संवाददाताओं के अनुसार अंधड़ और बरसात के चलते कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंबे गिर गये। इससे आपूर्ति ठप्प हो गयी। बाबा कढ़ेरा सिंह विद्यालय की दीवार भी अंधड़ में क्षतिग्रस्त हो गयी। वहीं कई कालोनियों में जलभराव हो गया।

शनिवार को तेज अंधड़ के साथ हुई बरसात से पारा दो डिग्री और लुढ़क गया। पिछले दो दिनों में पारे में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी है। राया शोध केंद्र प्रभारी डा.श्याम सुंदर शर्मा के अनुसार शनिवार को अधिकतम तापमान ३८ डिग्री व न्यूनतम २४ डिग्री दर्ज किया गया। पारे में गिरावट से गर्मी से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली है।

मृतक आश्रितों को मिलेगा एक-एक लाख

मथुरा। उप जिला अधिकारी छाता राजपाल सिंह ने बताया शनिवार को बरसाना के गांव भड़ोकर में आकाशीय बिजली से मौत के मुंह में समाये तीन मजदूरों के आश्रितों को आपदा राहत कोष से एक-एक लाख का मुआवजा दिया जायेगा। वहीं उप जिला अधिकारी सदर राकेश मालपानी के अनुसार गोवर्धन के गांव पाडल में बिजली गिरने से मरे दो लोगों को आर्थिक मदद के लिये शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। समर्पण गोशाला के सत्यभान शर्मा ने मृतक मामा भांजे के आश्रितों को ५१००-५१०० रुपये देने की घोषणा की है।



बढ़ा में ग्रामीणों ने किया पुलिस पर पथराव


प्रेमी की तलाश में आई पुलिस की हुई मजामत

कोसीकलां (AU, May 30,, 2010) । प्रेमी की तलाश में आई बुलंदशहर पुलिस की बढ़ा में काफी मजामत हुई। ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट-पत्थर भी फेंके। बाद में पुलिस दबे पांव लौट गई।

एक माह पूर्व गांव बढ़ा की एक युवती अपने प्रेमी के साथ भाग निकली। युवती के परिजनों ने जब दबाव बनाया तो युवती वापस आ गई। युवक का कोई पता नहीं चला। युवक के परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका भी व्यक्त की। इसके लिए उन्होंने बुलंदशहर में शिकायत भी दर्ज कराई तो बुलंदशहर पुलिस शुक्रवार रात ढाई बजे गांव में आई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि पुलिस ने ग्रामीणों के किवाड़ खटखटाने शुरू कर दिए। किसी ने भी अपने किवाड़ नहीं खोले। इस पर पुलिसकर्मी दीवारों को फांदकर मकानों में प्रवेश कर गए। अचानक रात्रि में पुलिसकर्मियों के प्रवेश को देख ग्रामीणों ने सोचा कि बदमाश आ गए।

ग्रामीणों ने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया। इससे काफी ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव होता देख पुलिस दबे पांव लौट गई। उधर, सूत्रों का कहना है कि बुलंदशहर पुलिस थाने में बिना आमद दर्ज कराए ही गांव पहुंच गई थी। जिससे उसको नीचा देखना पड़ा। इस संबंध में एसओ शेरगढ़ वीपी गिरि से बात करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो सका। बताते चलें कि गत रविवार को कोसी में नंदगांव रोड पर एक महिला चिकित्सक को पकड़ने आई हरियाणा पुलिस भी बिना आमद दर्ज कराए ही पहुंच गई, जहां उसकी मजामत हुई।



अंधड़ के बाद वृंदावन की विद्युत व्यवस्था चरमराई


विभाग की खुली पोल, घंटों बिजली रही गुल
दिक्कत : बिजली न मिलने से जनजीवन प्रभावित,
दुकानदार भी खासे परेशान दिखाई दिए


वृंदावन (AU, May 30, 2010) । नगर में विद्युत व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। शनिवार की दोपहर आई तेज आंधी के बाद हुई बारिश ने जहां लोगों को कुछ राहत मिली वहीं विद्युत आपूर्ति घंटों ठप होने के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। बाजारों में दुकानदार खासे परेशान नजर आए। इधर, विद्युत व्यवस्था ठप होने के कारण घरों के टेलीविजन सेट बंद पड़े रहे। बच्चे विद्युत विभाग को कोसते नजर आए। लोग कहते दिखे कि आंधी ने विद्युत विभाग की पोल खोल दी है। सरकार द्वारा करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाने के बाद भी विद्युत व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है।

आंधी के बाद गुल हुई बिजली को ठीक करने के लिए विभाग के कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, बिजली गुल रहने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। विद्युत उपखंड अधिकारी सुनील सक्सेना ने बताया कि आंधी में तार टूटने का डर रहता है, इसलिए नगर की विद्युत लाइन बंद कर दी जाती है।


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