गोवर्धन में तहस-नहस करते रहे महाबली, पत्थर फेंके
गोवर्धन (DJ May 30, 2010) । गोवर्धन में सड़क चौड़ीकरण योजना के तहत शनिवार को फिर से सड़क के दोनों ओर तोड़फोड़ अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस की मौजूदगी में जेसीबी पक्के मकानों- दुकानों पर चली। आन्योर गांव में घुसते ही ग्रामीणों ने तोड़ फोड़ का विरोध करते हुए पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस ने पथराव करते लोगों को डंडे फटकारकर ही खदेड़ दिया। तोड़फोड़ गोकुल के विधायक द्वारा पूर्व में जनता और लोक निर्माण विभाग के बीच तय मानक के अनुसार ही हुई। इस दौरान पूरे कस्बे सहित परिक्रमा मार्ग में जबर्दस्त खलबली मची रही।
शनिवार को सुबह ही कस्बा में काफी पुलिस फोर्स और तीन जेसीबी मशीनों को लेकर पहुंचे अफसरों को देख लोगों में खलबली मच गई सबसे पहले सुबह करीब नौ बजे से सौंख की ओर से सौंख रोड पर सड़क के दोनों ओर मिलाकर कुल 66 फुट चौड़ा करने के लिए पैमाइश के फीता डाल कर तोड़ फोड़ अभियान शुरू किया गया। इस दौरान एसडीएम राकेश मालपाणी ने अभियान की कमान अपने हाथ रखी। उनके साथ सीओ सदर और लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता संतराम साथ थे।
तोड़ फोड़ कराने का काम अभियंता करा रहे थे और लोगों की समस्या और शिकायतों को सुन कर निस्तारण एसडीएम करते दिखे। इस दौरान सौंख रोड पर सड़क किनारे स्कूल और गेस्ट हाउस सहित करीब दो तीन दर्जन से ज्यादा मकान व दुकान का बाहरी हिस्सा तोड़ कर सड़क खाली कराई गई। कई दीवारों को भी ढहा दिया गया।
इसके अलावा सौंख अड्डा पर स्थित प्राचीन सूरदास स्थली का संकेत पक्का पुराना गेट भी जमींदोज कर दिया गया। पास ही बनी तीर्थ विकास ट्रस्ट की प्याऊ को हटवाने के लिए निर्देश दिये। इसके बाद सौंख अड्डा की दानघाटी रोड पर स्थित दुकानों के कुछ हिस्से और छजली व नालियों पर बने निर्माण को साफ कर दिया गया। तोड़फोड़ अभियान दोपहर तक दानघाटी रोड होकर परिक्रमा मार्ग की ओर उतर गया। इस दौरान कुछ स्थानों पर हुई गलत तरीके से तोड़फोड़ का विरोध भी हुआ।
इस मामले में गोकुल के विधायक ने फोन पर अधिकारियों से वार्ता कर जनता द्वारा पूर्व में तय किये गये 66 फुट के ही चौड़ा करने के मानक के तहत कार्य करने के लिए कहा। विधायक राजकुमार रावत ने फोन पर बताया कि किसी भी दुकानदार और मकान मालिक के साथ कोई अन्याय या भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। यदि किसी भी जगह कोई मनमानी की शिकायत मिली तो वे प्रशासन से बात करेंगे। उन्होंने कहा कि विकास की दृष्टि से सड़क योजना पूरी होने चाहिए, लेकिन किसी का घर या दुकान उजाड़ कर नहीं। इसके लिए अफसरों को पहले से ही निर्देश दिये गये हैं।
उधर परिक्रमा मार्ग में दुकान को गलत तरीके से तोड़फोड़ होने के मामले में कांग्रेसी नेता कुं. नरेन्द्र सिंह कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गये। सीओ सदर से बातचीत के दौरान उनकी तीखी नोंक झोंक भी हुई। लेकिन बाद में मामला शांत हो गया। श्री सिंह का कहना था कि लोगों के साथ भेद भाव तरीके से प्रशासन मनमानी कर तोड़फोड़ करा रहा है। कहीं-कहीं मानवता को देखते हुए राहत भी दी जानी चाहिए। गांव आन्यौर में दुकान तोड़े जाने से नाराज कुछ लोगों ने जेसीबी मशीन पर कुछ ईट पत्थर फेंके गये। लेकिन पुलिस ने डंडे फटकारते हुए पथराव करते युवाओं को भगा दिया। अभियान के चलते तमाम लोगों को नुकसान हुआ है। शाम को अभियान को आन्यौर पर रोक कर दूसरे दिन चलाने का निर्णय लिया।
महाबली ने गोवर्धन में मचाई खलबली
सात घंटे तक चले अभियान में ढहाए अतिक्रमण
दिक्कत : अन्यौर और गोवर्धन में झेलना पड़ा जनता का विरोध,
टीम पर लगाया अनियमितताएं बरतने का आरोप
गोवर्धन (AU, May 30, 2010) । गोवर्धन में चले ‘अतिक्रमण हटाओ अभियान’ से हड़कंप मच गया। पुलिस-प्रशासन ने मकान के छज्जे एवं दुकानों को गिराने में देर नहीं की। गांव अन्यौर में टीम के घुसने से पहले विरोध झेलना पड़ा। मकान नहीं तोड़ने के आश्वासन पर ही अधिकारी घुस सके। गोवर्धन में एक मिठाई विक्रेता की बढ़ी दुकान को न तोड़ने पर जनता में उबाल दिखा।
सुबह १० बजे गिर्राज नर्सिंग होम से शुरू हुआ अभियान को देख कई दुकानदार तो अपने सामान को लेकर निकल गए, वहीं पक्की दुकानों के बढ़े छज्जे खुद ही तोड़ने लगे। अभियान में चल रहे एसडीएम (सदर) राकेश मालपानी, सीओ सदर कायम सिंह, पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन संतराम, नायब तहसीलदार और नगर पंचायत के ईओ रजनेश पुलिस को लेकर आगे बढ़ते चल रहे थे। रास्ते में जो भी सड़क पर अतिक्रमण दिखा, उसे ढहाने में तनिक भी देर नहीं की।
सड़क किनारे लगे होर्डिंग भी हटवा दिए गए। सौंख अड्डे से सौंख चौराहे तक अतिक्रमण को साफ कर दिया गया, तभी एक मिठाई विक्रेता को छोड़ने पर ग्रामीणों में उबाल दिखा। प्रशासन से उसे भी तोड़ने की लोगों ने कही। मिठाई विक्रेता पर स्टे का हवाला देकर अधिकारियों ने उबाल को शांत किया। उसके बाद रामानंद आश्रम का चबूतरा तोड़कर अभियान गांव आन्यौर की तरफ बढ़ने लगा। ग्रामीण महिलाएं अपने घरों पर पत्थर लेकर तैयार खड़ी थी, वहीं पुरुष भी टीम को गांव में न घुसने देने के लिए पूरी तरह मुस्तैद दिखे।
आन्यौर में घुसने से पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुंवर नरेंद्र सिंह वहां आ धमके। उन्होंने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से ग्रामीणों के मकान न तोड़ने की बात कही। इस पर अधिकारी राजी हुए तो उन्हें गांव में घुसने दिया गया। रास्ते में आ रहे छज्जे, स्लैप को तोड़ा गया। करीब सात घंटे तक चले अभियान ने गोवर्धन के लोगों में हड़कंप मचा दिया। लोगों का आरोप था कि पारदर्शिता नहीं बरती गई हैं।
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