Friday, May 21, 2010

प्राचीन स्वरूप के रूप में हो विकास : श्रीवत्स


वृन्दावन समाचार (दैनिक जागरण, May 21, 2010): वृन्दावन हेरीटेज एलायंस की एक बैठक बुधवार को बागबुंदेला स्थित किशोरवन मेम् आयोजित की गयी. जिसमें विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी.

इस अवसर पर आचार्य श्रीवत्स गोस्वामी ने कहा कि वर्तमान में वृन्दावन में चल रहे विकास कार्य यहां के प्राचीन स्वरूप के अनुसार ही किया जाना चाहिये । नगर के समस्त मार्ग, नाले एवं जलकल व्यवस्था काफी अस्त-व्यस्त है ।

बालकृष्ण गौतम ने कहा कि इसी सप्ताह एलायंस का एक प्रतिनिधि मण्डल मण्डलायुक्त से मिलकर वृन्दावन के विकास में बरती जा रही अनियमिततायेम् एवं यहां के स्वरूप से हो रहे खिलवाड के बारे मेम् अवगत करायेगा । महेशचन्द्र शर्मा ने कहा कि वृन्दावन के ब्रजवासी, युवा तीर्थ पुरोहित को ही पर्यटन विभाग द्वार प्रशिक्षण दिया जाना चाहिये ।

राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि वृक्ष वृन्दावन ही पहचान हैम् । इन्हें विकास के दौरान नुकसान पहुंचाना यहां की आस्था से खिलवाड है । अधिवक्ता प्रतिभा शर्मा ने नगर में हो रहे मोरपंख के कारोबार को प्रतिबंधित करने की अपील की ।

अध्यक्षता सेवायत गोविंद किशोर गोस्वामी ने की । इस अवसर पर गोपाल, प्रद्युम्न प्रताप महाराज, चन्द्रप्रकाश शर्मा, रामनारायण ब्रजवासी, सुरेशचंद्र शर्मा, जयकिशोर गोस्वामी, सत्यमूर्ति सारस्वत एडवोकेट, डा. देवेन्द्र चैतन्य, घनश्याम किशोर गोस्वामी, के.जी. गुप्त, केटी वाल्टर, अरूपगोविंद दास, जगन्नाथ पोद्दार, अभिषेक श्रीवास्तव, रवीन्द्र कुलश्रेष्ठ आदि उपस्थित थे । संचालन मधुमंगल शुक्ला ने किया ।

द्रष्टव्य

No comments: