Monday, August 9, 2010

2010-08-10 ब्रज का समाचार

राधाजी के झूले की सफाई की


बरसाना में झूला महोत्सव का आयोजन १२ से
राधारानी के स्वर्ण हिंडोला की सफाई
तीज से राधा बंधन तक चलेगा


बरसाना (AU 2010.08.10) | भगवान् श्री-कृष्ण एवं किशोरी जू राधारानी के शास्वत प्रेम का प्रतीक झूला महोत्सव १२ अगस्त से हरियाली तीज के साथ सुरू होगा । इसके लिये तैयारियां जोरशोर से की जा रही है । १३ दिन चलने वाला यह उत्सव रक्षा बंधन पर समाप्त होगा ।

बरसाना का सुप्रसिद्ध झूला महोत्सव हरियाली तीज से प्रारंभ होगा । इसकी तैयारियां शुरू हो गई है । राधारानी मंदिर में रखा स्वर्ण हिंडोला साफ-सफाई के लिए बाहर निकाला गया है । प्राचीन मन्यताओं के अनुसार् हरियाली तीज पर राधारानी सुबह से झूला झूलेगी और शाम को मंदिर की छतरी पर आकर सभी को दर्शन देंगी ।

मान्यता है कि प्राचीन काल में जब शूद्रों का मंदिर में वर्जित थे, तब शूद्रों ने राधारानी से गुहार लगाई थी कि हमारे छोड़कर सभी आपके दर्शन कर लेंगे । इस पर राधारानी ने आश्वासन दिया था कि साल में तीन बार मंदिर के छत्र से सभी को दर्शन देंगी । तभी से यह परंपरा चली आ रही है । बताते चले कि राधारानी मंदिर से राधारानी हरियाली तीज, राधाष्टमी तथा धुल्हैड़ी पर बाहर आती है ।

समाजसेवी पीयूस गोस्वामी ने बताया कि प्राचीन मान्यताओं के अनुसार राधारानी और श्री-कृष्ण हरियाली तीज से गह्वरवन में झूला झुलाना शुरू करते थे और यह क्रम १३ दिन तक चलता था । यहीं से झूला उत्सव की परंपरा ने जन्म लिया और यह धीरे धीरे पूरे ब्रज में फैल गई । मंदिर पर श्रद्धालुओं का आगमन सावन लगते ही तेज हो गया है । हरियाली तीज से भीड़ और बढ़ने की संभावना है ॥



गोविंद विहार में रासोत्सव आज से


वृन्दावन (AU 2010.08.10) | रमण रेती स्थित गोविंद विहार आश्रम में पद्मश्री स्वामी हरि गोविन्द महाराज के निर्देशन में १० अगस्त को शाम सात बजे तक रासोत्सव आयोजित किया जा रहा है । स्वामी रामप्रसाद से प्रतिदिन प्रातः नौ से चैतन्य लीला तथा शाम छह बजे से कृष्ण लीलाओं का मंचन होगा । राम लीला का मंचन हरियाली तीज के बाद किया जाएगा ॥




उपवास रखकर शिव उपासना की


वृन्दावन (AU 2010.08.10) | श्रावण मास के तीसरे सोमवार को कान्हा की नगरिया में शिव पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया । सुबह से ही शिव भक्तों ने यमुना जल एवं भांग से इष्ट का जलाभिषेक किया ।

भक्तों ने उपवास रखकर पूजन किया । नगर के प्रमुख गोपेश्वर, बनखण्डेश्वर, बिहारेश्वर, अग्रेश्वर, हरेश्वर, रेतेश्वर आदि शिव मंदिरों में लोगों ने भी शिव आराधना की । नगर के गोपेश्वर मंदिर में दूरदराज से आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई ॥



श्रावण में धूनी रमाए मिले शिव भक्त


वृन्दावन (AU 2010.08.10) | श्रावण के तीसरे सोमवार के अवसर पर जहां शिवालयों में भक्तों की भीड़ देखी गई, वहां नगर के परिक्रमा मार्ग, यमुना किनारे सहित विभिन्न स्थानों पर शिवभक्त एवं साधु संत धुनी रमाए बैठे मिले । कई शिव भक्त दल बनाकर धूनी रमा रहे थे तो कुछ अकेले ही धूनी रमाए शिव की आराधना में लीन थे । ऐसे ही यमुना किनारे पेड़ों की छांव में धूनी रमाए बैठे साधु ।

‘हर-हर, बम-बम’ से गूंजी कृष्ण की नगरी


मथुरा (AU 2010.08.10) । श्रावण माह के तीसरे सोमवार को योगीराज भगवान श्री कृष्ण की नगरी ‘हर-हर बम-बम’ के जयघोष से गूंज उठी। शिवालयों में सुबह से ही पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ लग गई। शाम को मंदिराें में आकर्षक फूल बंगला सजाए गये। इस मनोरम झांकी को निहारने वालों की भीड़ लगी रही।

मंदिरों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस पिकेट लगाया गया। रविवार की रात से ही शिवालयों पर कांवर चढ़ाने वालों की कतार लग गई। हरिद्वार, सोरों जी सहित गंगा के घाटों से पैदल यात्रा कर कांवर लाने वालों ने पूजा कर भोले बाबा से मनौती मांगी। शहर के प्रख्यात शिव मंदिर भूतेश्वर, रंगेश्वर, पिपलेश्वर, गर्तेश्वर, चिंताहरण महादेव, गोकरण नाथ पर सुबह से भक्तों की कतार लग गयी। प्रातः यमुना जल व दूध से शिवजी का अभिषेक हुआ तदुपरांत, बेल पत्तर, धतूरा, रोली चावल, फूल माला से पूजा अर्चना की गयी।

लोगाें ने उपवास रख कर शिव आराधना की और सुख, शांती व खुशहाली के लिये ईश्वर से प्रार्थना की गई। शाम को शिव मंदिरों में छप्पन भोग, आकर्षक फूल बंगलों का शृंगार किया गया। इस आकर्षक झांकी को निहारने के लिए भक्तों में होड़ मच गयी। सायं मंदिरों के आसपास वाहनों की भीड़ लगने से जाम के से हालात पैदा हो गये।



योगेश्वर के आंगन में भोलेश्वर की जय-जय


मथुरा (DJ 2010.08.10)। सोलह कलावतार योगेश्वर का आंगन सोमवार को भोलेश्वर की जय-जय, भक्ति की तरंग तथा धूप-दीप की सुगंध से सराबोर हो गया। सुबह से लेकर रात्रि तक बाबा भोले की भक्ति की गई। महिला-पुरुषों ने व्रत रख जलाभिषेक पूजा-अर्चना की। शहर कोतवाल भूतेश्वर को छप्पन प्रकार के व्यंजन अर्पित किये गये। दर्जन भर मंदिरों में बर्फ तथा रंग-बिरंगे पुष्पों के बंगला सजे।

आदि-अंत एवं मध्य सब में मौजूद महाशिव को प्रिय श्रावण माह के तीसरे सोमवार को प्रभु की भक्ति पहले से अधिक की गई। चतुर्दशी, सोमवार, पुष्प नक्षत्र एवं अमावस्या का एक साथ आगमन भक्तों में अभूतपूर्व भक्ति का संचार कर गया। सूर्योदय से पूर्व से ही भक्त पूजा-अर्चन में संलग्न हो गये। सैकड़ों ने गंगा जल तथा हजारों ने मिश्रित जल से अभिषेक किया। हजारों लोगों ने पंचामृत से भी अभिषेक कर अनुष्ठान किये।

प्राचीन काल से शहर के कोतवाल कहे गये बाबा भूतेश्वर को छप्पन प्रकार के व्यंजन परोसे गये। बंगला सजाया गया। प्रसिद्ध रंगेश्वर मंदिर में बर्फ एवं पुष्प का बंगला सजा। गोकरनाथ, पिपलेश्वर, गर्तेश्वर, नील कंठेश्वर पर औघड़दानी का विशिष्ट श्रंगार किया गया। पुष्प एवं बर्फ से सुगंध एवं शीत की व्यवस्था की गई। श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्थान के सेवक समुदाय ने जन्मभूमि परिसर में मौजूद केशवेश्वर प्रभु को बहुरंगे फूलों से आच्छादित किया। इनके अलावा अन्य कई दर्जन शिव मंदिरों में भी स्थानीय भक्त महिला-पुरुषों एवं बच्चों ने एकजुट होकर अपने आसपास के भगवान का पूजन-अर्चन किया।

भोमवती अमावस्या होने का योग भक्तों को अन्य मंदिरों की ओर भी ले गया। जन्म भूमि के केश्वव, द्वारिकाधीश, केंट काली, बगलामुखी, गोपाल जी समेत अनेक प्रमुख मंदिरों में भीड़ लगी।



राम और कृष्ण में कोई अंतर नहीं


वृंदावन (AU 2010.08.10)। दावानल कुंड स्थित उड़िया बाबा आश्रम में आयोजित रामकथा पर प्रवचन करते हुए सोमवार को रामजीबाबा कोकिल महाराज ने कहा कि भगवान राम और कृष्ण में कोई अंतर नहीं है।

कृष्ण के चरित्र और लीला को समझने के लिए श्रीराम के चरित्र तथा मर्यादा का पालन करना आवश्यक है। जब हम श्रीराम की मर्यादा का पालन करते हैं, तभी श्रीकृष्ण की लीला समझ में आती है।

उन्होंने कहा कि जब भगवान का नाम जाप करते समय भक्त की आंखों में आंसू आने लगें तो समझना चाहिए कि उस भक्त पर भगवान की कृपा होने लगी है। महाराज श्री ने कहा कि कलियुग में भगवान का नाम जाप करना ही एक मात्र कल्याण का उपाय है। नाम जाप उल्टा-सीधा कैसा भी हो, वह फलदाई होता है।

उन्होंने बताया कि वाल्मीकि जी ने उल्टा नाम जाप किया। इससे उनका उद्धार हो गया। इस अवसर पर स्वामी सेवानंद ब्रह्मचारी, अभेदानंद, वृंदावनानंद, आनंद स्वरूप, राकेश, रामभरोसे पाठक आदि लोग उपस्थित थे।



धर्मिक स्थलों की उपेक्षा पर आयु ॠत से मिलेगा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ


मथुरा (DJ 2010.08.10)। भाजपा के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ ने कहा है कि प्रशासन ब्रज परंपराओं, संस्कृति व मेला-पर्व की उपेक्षा कर रहा है। इस संबंध में जल्द ही मंडलायुक्त के समक्ष शिकायत दर्ज करायी जाएगी और फिर भी जनहित के कार्य नहीं हुए तो आंदोलन किया जाएगा।

पार्टी कार्यालय पर हुई गोष्ठी में पूर्व राज्य मंत्री राम प्रसाद कमल ने कहा कि केंद्र व मायावती सरकार की जन विरोधी नीतियों का भंडाफोड़ कार्यकर्ताओं को जनता के बीच करना चाहिए। जनपद के धार्मिक पर्वो की उपेक्षा की जा रही है, जबकि जनता की गाढ़ी कमाई अधिकारी व नेता आपस में बंदरबांट कर रहे हैं।

प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री योगेंद्र नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि जनपद की दुर्दशा पर प्रकोष्ठ का एक शिष्टमंडल जल्द ही मंडलायुक्त से मिलेगा। यदि फिर भी जनहित के कार्य नहीं हुए तो आंदोलन किया जाएगा। जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र नागर ने जनपद में खुलेआम अंडा, मांस की बिक्री, गोवंश की हत्या, बरसाना में अवैध खनन, विद्युत कटौती व जलभराव पर आक्रोश जताया।



चौतरफा विकास कार्यो से विरोधियों में बौखलाहट


मथुरा (DJ 2010.08.10)। नगर पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय ने कहा है, कि नगर में चौतरफा विकास कार्य चल रहे हैं। इससे विरोधियों में बौखलाहट बढ़ रही है, पर इससे कार्यो की गति पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा।

वह सोमवार को वार्ड छह की दलित व मलिन बस्ती में छह लाख की लागत वाली दो सीसी सड़कों के निर्माण कार्य के शुभारंभ पर बोल रहे थे। शुभारंभ वरिष्ठ कांग्रेसी व सफाई मजदूर नेता गंगा स्वरूप कश्यप ने नारियल फोड़कर किया। क्षेत्रीय सभासद संगीता खरे के प्रतिनिधि ब्रजेश खरे ने चेयरमैन का साफा बांध स्वागत किया।

चेयरमैन ने कहा, कि पालिका बोर्ड ने दस हजार सीएफएल और सौ हाईमास्ट लाइट लगाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। शहर जल्द ही दूधिया प्रकाश से नहाएगा।



विकास खण्डों में विकसित होंगे कदम्ब वन



मथुरा (DJ 2010.08.10)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जनपद के विकास खण्डों में कदम्ब वन विकसित किये जाएंगे। तीन विकास खण्डों में इसकी शुरुआत भी कर दी गई है।

कृष्ण लीलाओं से जुड़े कदम्ब की जनपद में पौध रोपण के पीछे पर्यावरण में सुधार का ध्यान तो रखा ही गया है, साथ में इनके माध्यम से जनपद में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कदम्ब पौध रोपण के लिए गड्ढे पहले ही खोदे जा चुके हैं। इसकी शुरुआत सीडीओ अजय शंकर पाण्डेय द्वारा 12 अगस्त को यहां विकास भवन के पिछवाड़े पौध रोपण से होगी। इसी दिन सात ब्लॉकों में बीडीओ भी कदम्ब के पौधे रोपेंगे।

उन्हें अपने ब्लॉकों में एक-एक कदम्ब वन विकसित किये जाने का लक्ष्य दिया गया है। जनपद के मांट, नौहझील एवं मथुरा ब्लॉक में कदम्ब वनस्थल विकसित किये जाने की शुरुआत हो भी चुकी है। मांट के गांव ऊधर तथा नौहझील के नौशेरपुर में कदम्ब की पौध बड़ी संख्या में रोपी गई हैं। मथुरा विकास खण्ड के सभी आदर्श तालाबों के चारों ओर इसके पौधे रोपे जा रहे हैं। जनपद में कदम्ब की 48 हजार पौध बताई गई हैं।



नाला खुदाई के दौरान ओएफसी काटी

वृंदावन (AU 2010.08.10) । बीएसएनएल सेवा में कोई सुधार नहीं आया है। विभाग की लापरवाही से उपभोक्ता खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इसके पीछे अधिकारी ओएफसी कटने की बात कर रहे हैं, लेकिन केबल कब ठीक होगी किसी के पास कोई जवाब नहीं है।

अधिकारियों के इस टालमटोल रवैये से साइबर कैफे संचालक और ब्राडबैंड सेवा का प्रयोग करने वाले उपभोक्ताओं को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। नगर के विद्यापीठ चौराहा क्षेत्र में भूमिगत ओएफसी रविवार को नाला खुदाई के दौरान कट गई थी।

इससे हरिनिकुंज, बांके बिहारी कालोनी, मोतीझील, दुसायत आदि इलाकों के टेलीफोन और ब्राडबैंड सेवा प्रभावित हुए। लाइन को कटे दो दिन बीत गए, लेकिन इसे ठीक नहीं किया जा सका है। इससे इलाके के टेलीफोन उपभोक्ता और ब्राडबैंड सेवा का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में एसडीओ (फोंस) आरके गोस्वामी ने बताया कि विद्यापीठ चौराहे पर कटी ओएफसी को ठीक करना शुरू कर दिया है।



कॉमनवेल्थ गेम्स: सेक्स की मंडी सजाने की तैयारी


मथुरा (DJ 2010.08.10)। कोसीकलां में हाइवे पर होटलों और ढाबों पर पड़े छापों ने सेक्स रैकेट के सरगनाओं के हौसले फिलहाल भले ही पस्त हो गये हों, लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर नये सिरे से मंसूबे पालने लगे हैं। हाइवे पर आरामगाहों में सेक्स की मंडियां सजाने की तैयारियां होने लगी हैं। दिल्ली, जयपुर, आगरा के टूअर के दौरान रेस्ट प्वाइंट के लिए इन्हीं आरामगाहों में विशेष इंतजाम के ब्लू प्रिंट तैयार होने लगे हैं। देह कारोबार से जुड़े लोग इस सुनहरे मौके को भुनाने के मूड में हैं।

पिछले दिनों कोसी में होटलों और ढाबों में छापे के दौरान दूसरे राज्यों की कॉलग‌र्ल्स को देख न केवल पुलिस बल्कि स्थानीय लोगों की भी आंखें फटी की फटी रह गई थीं। हरियाणा, दिल्ली, असोम, पश्चिम बंगाल, बिहार से आईं इन कॉलग‌र्ल्स की मौजूदगी ने इस क्षेत्र में सेक्स रैकेट के लम्बे हाथ और बिजनेस के बड़े मंसूबे उजागर कर दिये थे। जानकार कहते हैं कि इतनी टॉप क्लास कॉलग‌र्ल्स किसी बड़े शहर की ओर ही रुख करती हैं। मौजमस्ती और अय्याशी के लिए इस क्षेत्र को मुफीद मानना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।

कॉमनवेल्थ गेम्स को देखने के लिए दूसरे देशों से दिल्ली आने वाले मेहमानों का लक्ष्य आगरा का ताज महल एवं ब्रज क्षेत्र भी होगा। जिसको देखते हुए हाइवे पर मेहमानों के ठहरने आदि के लिए प्वाइंट बनाए जाने हैं। सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में कई होटल इस सूची में शामिल हो सकते हैं। जबकि निजी तौर पर भी होटल मालिक एजेंसियों से संपर्क में है। लिहाजा हाइवे किनारे बने होटल एवं गेस्ट हाउसों पर मेहमानों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।


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