केशवदेव व राजाधिराज हुए लाल
मथुरा (DJ, 2010.08.18)। त्रिलोक के नाथ प्रभु श्रीकृष्ण की जन्मभूमि में शुभ के प्रतीक लाल रंग की अनुपम रंगत बिखरी। प्रभु के घर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मोहक छवि तथा परिसर की छटा का दीदार कर स्वयं को धन्य किया। कल जन्मभूमि और द्वारिकानाथ में काली छटा बिखरेगी।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा-संस्थान ने श्रावण मास में भक्त एवं भगवान को एकाकार करने तथा प्राचीन संस्कृति को प्रोत्साहन देने लिये मंदिर परिसर को सुंदर व आनंद प्रदाता बनाया। कई प्रकार के रंग-बिरंगे पुष्पों से परिसर, झूला व घटाओं को सजाया। इस दौरान इत्र-पुष्पों की सुगंध के मध्य मधुर कंठ से प्रभु का गुणगान दर्शकों के तन-मन को रस विभोर करता रहा। सायंकाल शुरु हुआ मनभावन छटा के दर्शन देर रात्रि तक किये गये। संस्थान के सचिव कपिल शर्मा के मुताबिक 19 अगस्त को श्री कृष्ण जन्म एवं उनके गोकुल गमन काल की भयानक रात्रि के काले रंग की घटा सजाई जाएगी।
दूसरी ओर द्वारिका के नाथ के मंदिर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुलाबी घटा सजाई गई। मंगलवार को राजाधिराज ने लाल घटा में भक्तों पर कृपा की बरसात की।
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव लीला सुन श्रोता
मथुरा (DJ, 2010.08.18)। भक्ति रूपी दिव्य शक्ति से विश्व के जनमानस की दिनचर्या पवित्र होती है। भक्ति की शक्ति अपार है। जो भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति करते हैं उनका जीवन दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाता है।
गांधी मार्ग स्थित श्रीनाथ धाम में आयोजित श्रीमद्भागवत में बोलते हुए डा. मनोज मोहन शास्त्री ने बुधवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का बखान करते हुए कहा कि धरती पर पाप बढ़ने के कारण भगवान अवतार लेते हैं। धर्म की स्थापना कर जनमानस को कष्ट रहित जीवन प्रदान करने के लिए भगवान अवतार लेते है।
इससे पूर्व कथा व्यास ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्रोताओं को फल, वस्त्र, खिलौने आदि लुटाये।
गरूण गोविंद मेला में उमड़े श्रद्धालु
मथुरा (DJ, 2010.08.18)। छटीकरा गांव में गरूण गोविंद मंदिर पर लगे वार्षिक मेला मेला में दिन भर भक्तों का आना जाना रहा। तमाम श्रद्धालुओं गरूण गोविंद मंदिर में दर्शन किये। कुण्ड में स्नान कर पुण्य कमाया। इस मौके पर कुश्ती दंगल का आयोजन भी हुआ।
प्रसिद्ध गरूण गोविंद मंदिर पर लगे मेला में दर दराज के तमाम लोगों ने यहां पहुंच कर मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की। सबसे पहले श्रद्धालुओं ने कुण्ड में स्नान किया। इसके बाद पूजा अर्चना में शामिल हुए। इस मौके पर मेला के मुख्य आकर्षण कुश्ती दंगल को देखने के लिए काफी लोग उमड़े। इसमें हुए कुश्ती दंगल में तमाम पहलवानों ने जोर आजमाए। आखिरी कुश्ती चौमुहां के देवेन्द्र पहलवान अखाड़ा भूतेश्वर ने पलवल के सोनू पहलवान को चित कर जीत ली। इस मौके पर अन्य तमाम छोटे बड़े पहलवानों ने अपना दमखम दिखाया। दंगल में आयोजन कमेटी ने देवेन्द्र पहलवान को 3100 रुपये और चौकी इंचार्ज जैंत ने 1500 रुपये के अलावा दर्शकों ने भी नगद इनाम दिये।
भूमिगत विद्युत केबल बनी जी का जंजाल
वृंदावन (AU, 2010.08.18)। वृंदावन विकास योजना के अंतर्गत विद्युत विभाग द्वारा बांके बिहारी क्षेत्र से लेकर विद्यापीठ चौराहे तक डाली जा रही भूमिगत विद्युत केबल डालने से लोगों के लिए काफी परेशानी खड़ी हो गई। अधिशासी अभियंता को लिखे पत्र में शयन बिहारी, ज्ञानप्रकाश एवं रमेशचंद्र ने कहा कि बांके बिहारी क्षेत्र के अंतर्गत मनीपाड़ा और पुराना शहर क्षेत्र में भूमिगत केबिल लाइन लापरवाही पूर्ण ढंग से डाली गई है। इससे भविष्य में लोगों को काफी दिक्कत होगी।
भुवन शर्मा, श्रीकृष्ण सरस, कन्हैया शर्मा, सतीश वेदपाठी, गिरीश गौतम, अजय अग्रवाल, मेघश्याम गौतम, लाड़ली, गिरधारी, नीरज, गिरधारीलाल द्विवेदी एवं कृष्ण गोपाल द्विवेदी ने कहा कि केबल डालने के दौरान की गई खुदाई में नगर पालिका की पानी की मुख्य पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अगर विभाग द्वारा विद्युत केबल डाल दी जाएगी तो भविष्य में नए कनेक्शन लेने तथा पुराने कनेक्शन के जरिये विद्युत करंट आने की पूर्ण आशंका बनी रहेगी। पत्र में लोगों ने विद्युत विभाग अधिशासी अभियंता से पालिका के जलकल प्रभारी के साथ मिलकर जनता की समस्या के निराकरण की मांग की।
गांव उधर से कदंब वन स्थापित करना शुरू
मथुरा (AU, 2010.08.18)। जनपद में सघन पौधारोपण के तहत कदंब वन स्थापित किए जाने का अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार को सीडीओ की मौजूदगी में मांट विकास खंड स्थित गांव उधर में तीन हजार कदंब के पौधे लगाना प्रारंभ कर दिया। इसमें १.२३ लाख की लागत आएगी है।
ब्रज के प्राचीन स्वरूप को बनाए रखने तथा पर्यावरण संतुलन की दृष्टि से सीडीओ अजय शंकर पांडेय ने जनपद में ‘कदंब वन लगाओ’ अभियान शुरू कराया है। इस योजना के अनुसार हरेक विकास खंड में कम से कम एक कदंब वन लगाना है। बुधवार को सीडीओ ने मांट विकास खंड के गांव उधर में कदंब वन योजना का सूत्रपात किया। टीम के साथ पहुंचे सीडीओ ने स्वयं पौधा लगाकर अभियान का महत्व बताया। यहां तीन हजार कदंब के पौधे लगाए जाने की योजना है। इसमें १.२३ लाख रुपये की लागत आएगी। उन्होंने प्रत्येक ग्रामीण से एक पौधा गोद लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यदि ग्रामीण पौधा गोद लेंगे और उस पर अपना नाम अंकित कराकर उसकी समुचित देखभाल करेंगे तो कदंब वन पनपने से कोई नहीं रोक सकेगा।
सिक्स लेन पर रिफायनरी का बैरियर
मथुरा (DJ, 2010.08.18)। दिल्ली से आगरा तक करीब 200 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को सिक्स लेन करने की प्रक्रिया में मथुरा रिफायनरी बैरियर बन रही है। गृह मंत्रालय ने परिवहन मंत्रालय को लिखे पत्र में चिंता जताई है कि पहले से ही संवेदनशील रिफायनरी हाइवे चौड़ीकरण से और खतरे में पड़ जायेगी।
समय-समय पर सुरक्षा बरतने के दिशा-निर्देशों में मथुरा रिफायनरी को प्राथमिकता पर रखा जाता है। फोर लेन दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के बिल्कुल किनारे स्थित रिफाइनरी लंबे समय से आतंकियों के निशाने पर है। सुरक्षा एजेंसियों से इस आशय की रिपोर्ट मिलने के बाद मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार पहले से चिंतित हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण नेशनल हाइवे को सिक्स लेन बनाने जा रहा है। इसके लिये सर्वे आदि हो चुका है। हाइवे के सिक्स लेन बनने पर एक ओर रिफायनरी की चारदीवारी करीब-करीब नेशनल हाइवे से छू जायेगी तो दूसरी ओर रिफायनरी की पानी की पाइप लाइन और सीवर लाइनें क्षतिग्रस्त हो जायेंगी। रिफायनरी के कई महत्वपूर्ण प्लांट चारदीवारी के समीप हैं। गृह मंत्रालय में डिप्टी सेकेट्री एनआई चौधरी ने इस चिंता से केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेट्री पीके त्रिपाठी को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है।
हाईवे चौड़ीकरण से मथुरा रिफायनरी को खतरा
मथुरा (DJ, 2010.08.18)। दिल्ली से आगरा तक करीब दो सौ किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन बनाने के निर्णय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की पेशानी पर बल डाल दिया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने हाइवे के चौड़ा होने की स्थिति में पहले से आतंकियों के निशाने पर रहे मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा को और खतरा बता दिया है। इस बारे में रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अफसर ने केंद्रीय परिवहन मंत्रालय (रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे)के एक बड़े अधिकारी को पत्र लिखकर मथुरा रिफाइनरी के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में नेशनल हाइवे को सिक्स लेन न बनवाने के लिये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण व यूपी सरकार को निर्देश देने का आग्रह किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अफसर ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा व्यवस्था के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।
फोर लेन दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग के बिल्कुल किनारे स्थित आईओसीएल रिफाइनरी लंबे समय से आतंकियों के निशाने पर है। सुरक्षा एजेंसियों से इस आशय की रिपोर्ट मिलने के बाद मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार पहले से चिंतित हैं। ऐसे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण नेशनल हाइवे को सिक्स लेन बनाने जा रहा है। इसके लिये सर्वे आदि की औपचारिकता पूरी की ली गई है। हाइवे के सिक्स लेन बनने पर एक ओर रिफाइनरी की चारदीवारी करीब-करीब नेशनल हाइवे से छू जायेगी तो दूसरी ओर रिफाइनरी की पानी की पाइप लाइन और सीवर लाइनें क्षतिग्रस्त हो जायेंगी। रिफाइनरी के कई महत्वपूर्ण प्लांट चारदीवारी के समीप हैं। जाहिर है, ऐेसे में मथुरा रिफाइनरी अधिक महफूज नहीं रह पायेगी। इस बारे में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की चिंता बढ़ गई है। डिप्टी सेकेट्री एनआई चौधरी ने इस चिंता से केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेट्री पीके त्रिपाठी को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। श्री चौधरी ने मथुरा रिफाइनरी की सुरक्षा व्यवस्था को महत्वपूर्ण बताते हुये कहा है कि इसके साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। इसलिये रिफाइनरी के आसपास करीब दो किमी दायरे में नेशनल हाइवे का चौड़ीकरण न कराया जाये।
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