Wednesday, June 23, 2010

2010-06-24 ब्रज का समाचार

पुरातत्त्व विभाग के निर्णय से धरोहरें सुरक्षित रहेंगी

वृन्दावन (DJ 2010.06.23)। वृन्दावन नगरपालिका परिषद की पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं शिक्षाविद डा. लक्ष्मी गौतम ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अन्तर्गत बनने वाले नेशनल मिशन फार मोन्यूमेट्स एवं एंटीक्यूटी का स्वागत किया है।

डा. गौतम ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का एक नया कदम जो कि देश की महत्वपूर्ण धरोहरों, स्मारकों, कलाकृतियों, अभिलेखों, शिलालेखों, ताम्रलेखों, मूर्तियों, चित्रों आदि को नेशनल मिशन फार मोन्यूमेट्स एवं एंटीक्यूटी के तहत संरक्षित करेगा। उन्होंने कहा कि यह निश्चित ही सराहनीय प्रयास है। देश की सभ्यता एवं संस्कृति को जीवंत रखने एवं भावी पीढ़ी को अवगत कराने में ये अवशेष महत्वपूर्ण हैं।



अभिनेत्री हेमामालिनी ने लिया गौ सेवा का संकल्प

वृंदावन (DJ 2010.06.23)। भारतीय संस्कृति का मूलाधार करुणा, सद्भावना और प्रेम पर आधारित है। गौवंश इन सभी विशेषताओं से परिपूर्ण है। भारतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए गौवंश का उन्नयन आज की महती आवश्यकता है।

ग्राम अक्रूर स्थित श्री गोविंद गौशाला में आयोजित सड़क लोकार्पण समारोह में विचार व्यक्त करते हुए राज्यसभा सांसद पद्मश्री हेमामालिनी ने कहा कि गौ माता हिंदुओं की आस्था की प्रतीक है। प्रत्येक हिंदू को गौवंश के उन्नयन की दिशा में कार्य करना चाहिए।

वात्सल्य ग्राम की अधिष्ठात्री साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि गौवंश की रक्षा से ही राष्ट्र की उन्नति संभव है। पंजाब पुलिस के पूर्व महानिदेशक केपीएस गिल ने कहा कि आज देश आतंकवाद से जूझ रहा है। सरकार की कुछ कमजोरियों के चलते अलगाववादी हम पर हावी हो रहे हैं। यह देश की संस्कृति के छिन्न-भिन्न होने के कारण हो रहा है। हमें संस्कृति को बचाये रखने के लिए एकजुटता दिखानी होगी।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे गोवर्धन पीठाधीश्वर कंचन दास महाराज एवं मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दास महाराज, संत बालकराम महाराज ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व याज्ञिकरत्न पं. विष्णुकांत शास्त्री व पं. मृदुलकांत शास्त्री के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य राज्यसभा सांसद हेमामालिनी ने अपनी सांसद निधि से निर्मित 600 मीटर लम्बी सड़क का लोकार्पण किया। लगभग 16 लाख रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क मथुरा मार्ग से गोविंद गौधाम गौशाला तक बनायी गयी है।



बांकेबिहारी की भूमि में मिलती है शांति : हेमा

मंत्रोच्चारण के बीच सड़क का लोकार्पण
सांसद निधि से किया गया सड़क निर्माण


वृंदावन (AU 2010.06.23)। फिल्म अभिनेत्री पद्मश्री हेमा मालिनी ने कहा कि साधु-संतों के बीच बैठकर जन्म सफल हो गया है। फिल्मी दुनिया में रहकर नाम और धन अर्जित किया और राजनीति में रहकर ख्याति प्राप्त की, लेकिन मन की शांति बांकेबिहारी की इस पावन भूमि श्रीधाम वृंदावन में आकर ही मिलती है।

वे ग्राम अक्रूर स्थित गोविंद गोधाम गौशाला में बुधवार सायंकाल आयोजित सड़क लोकार्पण समारोह में विचार व्यक्त कर रही थीं। उन्होंने बताया कि उनकी सांसद निधि से वृंदावन की भूमि और गोविंद गोधाम गौशाला को जोड़ने के लिए जो सड़क निर्माण हुआ, उससे वह वास्तव में अभिभूत हैं। कार्यक्रम में दीदी मां साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि गोमाता करुणा की प्रतिमूर्ति है। उन्होंने गोमाता के कटान पर चिंता जताते हुए हिंदूओं को एकजुट होकर गाय की रक्षा करने का संकल्प दिलाया।

मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि सच्चा राष्ट्रभक्त वह है, जो गोसेवा करता है। गोवर्धन पीठाधीश्वर कंचनदास महाराज ने कहा कि प्रत्येक प्राणी को प्रतिदिन गाय की सेवा के दानराशि अवश्य निकालनी चाहिए।

पूर्व डीजीपी केपीएस गिल ने देश में बढ़ते आतंकवाद पर चिंता जताते हुए सद्भावना पर बल दिया।

इससे पूर्व आचार्य विष्णुकांत शास्त्री के आचार्यत्व में पद्मश्री हेमा मालिनी एवं कंचनदास महाराज ने छह सौ मीटर की सड़क का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, पूर्व विधायक चंदन सिंह, विपिन अग्रवाल, महंत बालकराम, सुंदरदास धमीजा, रामकिशन अग्रवाल, सतीश गुप्ता, पंकज पंडित, ललित जालान, भीमसेन अग्रवाल, डा. सुरेश द्विवेदी, विनय सिंगल, एसीपी शर्मा आदि उपस्थित थे।

फोटो-पी-५
ग्राम अक्रूर में अपनी सांसद निधि से बनी सड़क का लोकार्पण करतीं फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी। साथ हैं गोवर्धन पीठाधीश्वर कंचनदास महाराज।

फोटो-पी-६
गोविंद गोधाम गौशाला में लोकार्पण समारोह में मंचासीन फिल्म अभिनेत्री पद्मश्री हेमामालिनी, गोवर्धन पीठाधीश्वर कंचनदास महाराज, साध्वी ऋतम्भरा एवं पूर्व डीजीपी केपीएस गिल।



मुड़िया पूर्णिमा के लिए भारी भरकम बजट की डिमांड

मथुरा (DJ 2010.06.23) । गोवर्धन का मुड़िया पूनो भले ही राजकीय मेला घोषित कर दिया गया है, लेकिन अगले माह से शुरू होने वाले इस मेले से संबंधित व्यवस्थाओं की तैयारी के लिये जिला प्रशासन को अभी भी बजट मिलने का इंतजार है। संबंधित सरकारी महकमों ने व्यवस्था के लिये जिला प्रशासन से चार करोड़ से अधिक बजट शासन से उपलब्ध कराने की अपेक्षा की है। अफसरों को मालूम है कि शासन से शायद ही इतना भारी-भरकम बजट मिले, इसलिये वे बुधवार को इसमें कुछ कटौती करने का प्रयास करते नजर आये।

मुड़िया पूनो मेले की शुरूआत 25 जुलाई से हो रही है। पांच दिन के इस मेले में करीब 50 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस तरह मेले की तैयारियों के लिये जिला प्रशासन के पास एक माह का ही वक्त बचा है। मेला संबंधी तैयारियों के लिये विद्युत निगम की ओर से एक करोड़ सैंतीस लाख, स्वास्थ्य विभाग साढ़े आठ लाख, मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण चालीस लाख, नगर पंचायत राधाकुंड 1568900, नगर पंचायत गोवर्धन 4525000, लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड 13546306, पुलिस विभाग 2784000, पर्यटन विभाग 595000, डीजल-पेट्रोल के लिये दो लाख अस्सी हजार, कार्यालय खर्च एक लाख तथा मेले में आने वाले विशिष्ट जनों के सत्कार मद में पचास हजार की डिमांड जिला प्रशासन से की गई है।

अब सवाल यह कि क्या शासन इस भारी भरकम बजट को उपलब्ध करायेगा? जिला प्रशासन के अफसर भी इसकी कम ही उम्मीद मानकर चल रहे हैं। यही वजह कि ये बुधवार को संबंधित सरकारी विभागों से दुबारा बजट तैयार कराकर भिजवाने के लिये कहते रहे। विभागों से संशोधित बजट मिलने की बात कही जा रही है। इस मसले पर डीएम डीसी शुक्ल ने भी अपने अधीनस्थ अफसरों से विचार-विमर्श किया।



गोवर्धन: मुडि़या पूर्णिमा मेले में श्रद्धा होगी तार-तार

मथुरा (DJ 2010.06.23)। गिरिराज धाम में लगने वाले प्रख्यात मुड़िया पूर्णिमा मेला में इस बार भी आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की श्रद्धा तार-तार होने के आसार लग रहे हैं। परिक्रमा मार्ग के उखड़-खाबड़ रहने और मानसी गंगा के सभी घाटों पर पर्याप्त पानी न होने से श्रद्धालु डुबकी नहीं लगा सकेंगे। राजकीय दर्जा प्राप्त मेले में स्थानीय अफसर फिक्रमंद नहीं दिखते।

साल भर के इंतजार के बाद गोवर्धन में उत्तर भारत का प्रख्यात मुड़िया पूर्णिमा मेला 25 जुलाई को गिरिराज महाराज की नगरी में लगना है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं प्रदान करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। लेकिन जिस तरह से गोवर्धन में सरकारी व्यवस्था मुंह फैलाए हुए हैं उससे कम ही उम्मीद हैं कि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को आराम दायक कोई सुविधा नसीब होगी।

सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भावनाएं मानसी गंगा में स्नान को लेकर आहत होंगी। दरअसल मानसी गंगा को स्वच्छ बनाने का काम काफी समय से चल रहा है। इसके तहत पानी को स्वच्छ करने के लिए प्लांट, सीवर संचालन के लिए सीवरेज प्लांट के साथ ही गंगा की खुदाई कर इसमें स्वच्छ जल भरवाने के कार्य शामिल हैं। फिलहाल गंगा में एक कोने में दूषित पानी से स्नान करने की व्यवस्था कर रखी हे। जबकि गंगा का करीब नब्बे प्रतिशत हिस्सा सूखा पड़ा है। घाटों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। मिट्टी खुदाई का कार्य मशीनों के माध्यम से चल रहा है। मुख्य मार्ग भी सीवर लाइन कार्य पूरे होने के कारण उखड़ा पड़ा है। कहीं-कहीं सीवर के चैम्बर धंस गये हैं। कई गलियों में अभी भी सीवर का कार्य अधूरा है।

ऐसे में श्रद्धालुओं को महज बीस दिन में कहां से पूरी गंगा में स्वच्छ पानी भरवाया जाएगा यह बताने को कोई तैयार नहीं है। जाहिर है कि इतने कम समय में न तो गंगा योजना पूरी होने वाली है और न ही पूरी गंगा में पानी भर सकेगा। यदि पानी भरवाने की व्यवस्था की गई तो फिर से लाखों रुपये पानी निकलवाने पर खर्च होंगे और कार्य दायी संस्था की आगामी योजना पर पानी फिरेगा सो अलग। ऐसे में श्रद्धालु गुरू पूर्णिमा पर्व पर कैसे आस्था की डुबकी लगा पाएंगे यह सोचनीय है।

इसके अलावा परिक्रमा मार्ग सहित प्रमुख सड़कों के निर्माण भी शामिल हैं। मजे की बात है कि यह सब कार्य एक साथ छेड़े गये हैं। इसके चलते हर तरफ कार्य फैले हुए हैं। सड़कों के कार्य अभी अधूरे पड़े हैं। परिक्रमा मार्ग का कच्चा हिस्सा भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। उस पर लोक निर्माण विभाग ने गिट्टियां डाल दी हैं। जतीपुरा मार्ग पर बनाए गये सीसी रोड को डामर रोड से जोड़ने के बीच दोनों ओर ऊंची ठोकर बन गई हैं। इसे समतल नहीं किया गया तो तमाम श्रद्धालुओं के पैर टकराएंगे। इसके अलावा सौंख रोड, डीग रोड, बरसाना रोड पर भी कमोवेश यही हालत है। मथुरा रोड पर भी निर्माण चल रहा है। अभी कितना और कितने दिन कार्य चलेगा इसका कोई अता पता नहीं है।



योग का लिया प्रशिक्षण

कोसीकलां (DJ 2010.06.23)। कोसीकलां नगर के शेरगढ़ रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में महर्षि दयानंद स्नेह आश्रम के तत्वावधान में आयोजित योग शिविर में महिला-पुरूषों ने योग प्रशिक्षण लिया।

प्रात: करीब साढ़े पांच बजे विद्यालय प्रांगण में स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती द्वारा लोगों को योग प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उन्होने ब्रहम यज्ञ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ब्रहम शब्द के अर्थ ईश्वर, विद्या एवं वेद हैं।

ईश्वर का चिंतन करना करना, विद्या का अध्ययन एवं वेद का स्वाध्याय करना ही ब्रहम यज्ञ कहलाता है। शरीर की शुद्धि के साथ-साथ अंतकरण की शुद्धि अवश्य करनी चाहिए क्योंकि अंत:करण ही परमेश्वर की प्राप्ति का सर्वोत्तम साधन है। उन्होने बच्चों को परमात्मा, ओउम तथा गायत्री मंत्र की महत्ता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि परमात्मा का निज, मुख्य एवं सर्वोत्तम नाम ओउम हैं। इस दौरान नगर के दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे।



पानी के लिए महिलाओं ने मटके फोड़े, रोष

१० दिन से नलकूप खराब, पेयजल संकट

जुलूस निकालकर प्रदर्शनकारियों ने की नारेबाजी

जलापूर्ति सुचारु नहीं हुई तो फिर घेरेंगे पालिका



कोसीकलां (AU 2010.06.23)। कमला नगर में पेयजल समस्या से जूझ रहे कालोनी वासियों का आक्रोश बुधवार को फूट पड़ा। उन्होंने जुलूस निकालकर पालिका कार्यालय में मटके फोड़े और जमकर नारेबाजी की। अगर दो दिन में जलापूर्ति सुचारु नहीं हुई तो पुनः घेराव किए जाने की चेतावनी दी।

दस दिनों से खराब पड़े नलकूप को सही कराने की मांग को लेकर कालौनी में प्रातः से ही लोगों में रोष फैलने लगा। प्रातः ११ बजे काफी संख्या में महिलाएं, बच्चे और पुरुष एकत्रित हो गए। महिलाएं हाथों में खाली मटके लेकर जुलूस के रूप में पालिका कार्यालय पहुंच गए। जहां पालिका अधिकारियों के गायब मिलने पर वे आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

कालोनी वासियों के पहुंचने की खबर मिलने पर लेखा विभाग के योगेंद्र शर्मा वहां पहुंच गए और आक्रोशित लोगों को समझाया। शीघ्र ही नलकूप को सही करा दिया जाएगा। कालोनी के रणधीर सिंह, अमर सिंह, मनोज, लालचंद का कहना था कि ऐसे अधिकारी, कर्मचारी पहले पालिका में कभी नहीं देखे, जो १०-१० दिनों से खराब पड़े नलकूप को भी ऐसी भीषण गरमी में सही नहीं करा रहे। उनका कहना था कि अगर दो दिन के अंदर आपूर्ति सुचारु नहीं हुई तो पुनः पालिका में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

शीला, कृष्णा, विमला, निर्मला का कहना था कि गरमी में तीन से पांच रुपये में कैन खरीद कर पानी पी रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में रमनलाल अग्रवाल, डा. एलपी शर्मा, मोतीलाल शर्मा, गोविंद राम शर्मा, अमरसिंह गौतम, लालसिंह, बिरजो, मनोज, मुकेश, प्रकाश, सुरेश सेठ, राजेंद्र अग्रवाल, मुन्नी, गंगादेई, निम्मी, लच्छो, सुनीता, मिथलेश, मीना आदि प्रमुख थे।

फोटो संख्या १- कोसीकलां में पेयजल समस्या को लेकर पालिका कार्यालय में मटके फोड़ती महिलाएं।

No comments: