Thursday, June 24, 2010

2010-06-25 ब्रज का समाचार

परिक्रमा मार्ग का मॉडल कर रहे तैयार

वृंदावन (ब्यूरो) (AU 2010.06.25)। मुख्यमंत्री मायावती के ड्रीम वृंदावन प्रोजेक्ट के अंतर्गत करीब एक किलोमीटर तक परिक्रमा मार्ग का मॉडल तैयार कराया जा रहा है। कार्यदायी संस्था जेपी ग्रुप इस मॉडल को तैयार करने में जुटी हुई है। कार्य भले ही कच्छप गति से किया जा रहा हो, फिर भी लोगों में कार्य से विकास की उम्मीद जागी है।

परिक्रमा मार्ग के कार्य में तेजी दिखाते हुए कुंभ मेलास्थल के समीप एक किलोमीटर परिक्रमा मार्ग के मॉडल का आधार तैयार कर लिया है। बाकी कार्य को भी जल्द कर लिए जाने की उम्मीद जताई गई है। इसके बाद ही अधिकारी मार्ग को आगे बनाने के लिए हरी झंडी दे सकेंगे। जेपी गु्रप के प्रोजेक्ट मैनेजर एके तिवारी ने बताया कि मॉडल रोड की चौड़ाई लगभग पंद्रह मीटर रखी जा रही है।

इसमें से डाबर रोड़ की चौड़ाई अठारह फुट, मिट्टी डला हुआ फुटपाथ की चौड़ाई करीब नौ फुट के अलावा सड़क के दोनों ओर पांच-पांच फुट पर टाइल्स लगाई गईं हैं। बाकी में पानी निकासी के लिए नाला बनाया गया है। इसके बाद अधिकारियों की स्वीकृति के बाद आगे का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

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कैप्शन-कुंभ मेला स्थल के समीप वृंदावन परिक्रमा मार्ग पर बनाए जा रहे मॉडल रोड का दृश्य।



गोवर्धन: जलभराव से डूबा मंदिर, गलियों में गंदगी


मथुरा (DJ 2010.06.25)। गोवर्धन कस्बे में घनी आबादी वाला इलाका और नगर पंचायत का वार्ड तीन इस समय बेहद संकट में है। गलियों में भीषण गंदगी और जलभराव ने हालात नारकीय कर दिये हैं। यहां तक कि मोहल्ले की बगीची में स्थित भोले मंदिर पानी में डूब गया है। इसके बाद भी इस ओर न तो प्रशासन का कोई ध्यान है और न ही जिला प्रशासन का ही।

यूं तो वार्ड तीन में समस्याएं होना कोई नई बात नहीं है। यहां काफी समय से सफाई इंतजाम ना के बारबर हैं। यहां कई गलियों में इंटरलाकिंग सड़क तो बनी, लेकिन पानी भराव की स्थिति में निकास होने के कोई इंतजाम नहीं किये गये। इसका खामियाजा वार्ड क्षेत्र में रहने वाले लोग कर रहे हैं। हालात यहां तक कि समीप स्थित बगीची में जल भराव हो गया है। इससे बगीची में भोले बाबा का मंदिर भी डूब रहा है। इससे लोगों का पूजा करना भी बंद हो गया है। इसकी शिकायत कई बार वार्ड सभासद से लेकर पंचायत तक कर दी गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।

इससे लोगों का हाल बेहाल हो गया है। यहां तक कि परेशान लोगों ने दैनिक जागरण कार्यालय आकर अपनी स्थिति बताई और समस्या को प्रशासन तक पहुंचाने की मांग की है। मोहल्ले में गली गलियारों में भीषण गंदगी एकत्र हो रही है। गर्मी के समय गंदगी होना बीमारियों को न्यौता देने के बराबर साबित हो रहा है। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन और नगर पंचायत ने ध्यान न दिया तो मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।



कूलर और पंखों में भी नहीं सूख रहा पसीना


न्यूनतम ३० और अधिकतम तापमान ४४ डिग्री
पेड़ों की छांव और पार्क लग रहे सुहावने
एक-दो दिन में बरसात होने की संभावना


मथुरा (अमर उजाला ब्यूरो. 2010.06.25)। सूरज की तपिश बरकरार है। गुरुवार को भी बहुत गर्मी रही। बीच में एकाध बार सूर्य बादलों से घिरा लेकिन गर्मी ने पीछा नहीं छोड़ा। शाम को मौसम में आर्द्रता बढ़ जाने से उमस के हालात बन गए।

राया स्थित कृषि विज्ञान शोध केंद्र के मौसम अनुभाग के अनुसार गुरुवार का अधिकतम तापमान ४४ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो बुधवार की तुलना में एक डिग्री कम है। रात के तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। न्यूनतम तापमान ३० डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम में आर्द्रता ५३ प्रतिशत आंकी गई। इसलिए सूरज की तपिश से बचने के सभी उपाय फेल नजर आ रहे हैं। धूप की तेजी के चलते पंखा और कूलरों में भी पसीना का बहना बंद नहीं है। ऐसे में लोग प्राकृतिक उपायों की ओर अग्रसर हो रहे हैं।

धूप से बचने के लिए घरों में कैद लोगों को शाम होने पर अकुलाहट महसूस हो रही है। ऐसे में लोग पेड़ की घनी छांव, हरियाली वाले पार्क की ओर आ रहे हैं। राहत की बात यह है कि अगले २४ से ४८ घंटों में बरसात की संभावना व्यक्त की गई है। राया शोध केंद्र पर तैनात मौसम विशेषज्ञ श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि अधिकतम तापमान ४४ डिग्री तथा न्यूनतम ३० डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

बेलगिरी और ठंडाई से मिल रही ठंडक
मथुरा (AU 2010.06.25)। गर्मी से बचने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स नाकाफी साबित हो रही है। ऐसे में देसी उपाय लोगों को भा रहे हैं। घर से निकलने से पहले नींबू-पानी, नींबू-शिकंजी, नमकीन लस्सी का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, ठंडाई के शौकीन सिल और बट्टों पर तरावट वाली चीजों को घोट कर पी रहे हैं। बाजारों में बेलगिरी और अन्नास के जूस की मांग बढ़ गई है।



अंधविश्वास दूर करने निकले भंते


मथुरा (DJ 2010.06.25)। दो फीट की तलवार मुंह में डालना, तलवार से हाथ काटना, जीभ में त्रिशूल आर-पार करना, बॉक्स से नोट बनाना और मंत्र से आग लगना। यह कोई जादू नहीं है, बल्कि हाथ की सफाई है। जादू और तांत्रिकों की इसी पोल को खोलने को भान्ते बुद्ध प्रकाश शहर और गांवों में जाकर लोगों में बढ़ रहे अंधविश्वास को दूर करने का काम कर रहे हैं।

अल्पसंख्यक आयोग बिहार के सदस्य रहे भन्ते बुद्ध प्रकाश ने समाज से अंधविश्वास को मिटाने के लिए 'अंधविश्वास भगाओ देश बचाओ' मुहिम छेड़ रखी है। गुरुवार को दैनिक जागरण कार्यालय आए श्री प्रकाश ने हाथ की सफाई का करिश्मा दिखाते हुए बताया कि जादू के नाम पर आज भीड़ एकत्र हो जाती है। जादू एक विज्ञान है और हाथ की सफाई है।

उन्होंने तलवार से अपना हाथ काट कर दिखाया और बाद में बताया कि इस तलवार में एक कट है। जो हाथ में फंस जाता है और ऐसा लगता है कि हाथ कट गया। इसी तरह से अंगुली में पहनी अंगूठी में एक चुम्बक लगी हुई थी। इसके प्रभाव में आते ही घड़ी बंद हो गई। मुंह में दो फीट की तलवार डालकर उन्होंने सभी को आश्चर्य में डाल दिया, लेकिन बाद में बताया कि यह तलवार रोल की तरह है जो मुंह में जाकर मुड़ जाती है। उन्होंने कहा कि कोई भी तलवार मुंह में भीतर नहीं जा सकती।


इसी तरह से उन्होंने एक बैग में कपड़े की कतरन डाली और उनको जोड़ कर दिखा दिया। उन्होंने बताया कि बैग में दो परत है। इनमें एक बटन लगी हुई है। इसके सहारे एक परत को हटा कर दूसरे परत से सिला हुआ कपड़ा निकाला गया है। इसी तरह से तांत्रिक लोगों को गुमराह कर देश को विकलांग बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने मंत्र से आग लगाकर दिखाई और बताया कि इसमें रसायनों का प्रयोग किया गया। मंत्र से आग नहीं लगाई जा सकती है। जादू से कोई चीज नहीं बनाई जा सकती। फिर लोग तांत्रिक के जाल में फंस कर बेवकूफ बन रहे हैं।

आज विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है कि विदेश में लोग चांद पर घर बसाने की बात कर हैं, लेकिन भारत में लोग जादू टोना के चक्कर में पड़े हुए हैं। उन्होंने पुर्नजन्म की घटनाओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे कई मामले देखे और उन बच्चों से भी बातचीत की। बच्चे रटी रटाई भाषा बोलते हैं। इसके पीछे उन्होंने किसी साजिश का होना बताया और कहा कि जब उन्होंने ऐसे बच्चों से उनके पूर्व जन्म को लेकर कुछ सवाल किए तो वे कुछ नहीं बता पाए। उन्होंने बताया कि अब तक वे पन्द्रह प्रदेश के करीब दो हजार से अधिक गांवों में लोगों के बीच कार्यक्रम प्रस्तुत कर उनकी शंका दूर कर चुके हैं।


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