Monday, July 5, 2010

2010-07-06 ब्रज का समाचार

मुड़िया मेले के लिए १२ तक का अल्टीमेटम


डीएम ने निरीक्षण कर जारी किए आदेश
मानसी गंगा की वीडियोग्राफी कराई जाएगी
सफाई कार्य को बुलाए जाएंगे ५०० कर्मचारी


गोवर्धन (AU 2010.07.06)। जिलाधिकारी दिनेश चंद्र शुक्ल ने मुड़िया पूर्णिमा की व्यवस्थाएं पूर्ण करने के लिए १२ जुलाई तक की समय सीमा निर्धारित कर दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि सभी विभाग प्राथमिकता पर निर्धारित तिथि तक कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने मानसी गंगा की सफाई कराकर इसकी वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी कराने तथा इसमें स्वच्छ जल भरे जाने के निर्देश दिए।

डीएम स्थलीय निरीक्षण के लिए गोवर्धन में थे। उन्होंने जनता, मुखारबिंद समेत अन्य मंदिर के प्रतिनिधियों से कहा कि वे मेले के दौरान और बाद में भी मानसी गंगा में किसी तरह की गंदगी न डालें। नहाने के लिए फुव्वारे से लिए जाने वाले पानी की निकासी की व्यवस्था भी की जाय। उन्होंने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि वह अड़ीग मार्ग के साथ गोवर्धन सौंख मार्ग को भी शीघ्र दुरुस्त करा लें।

एसडीएम को गोवर्धन की आउटर कट सड़कों पर पर्याप्त संख्या में पार्किंग स्थल चिह्नित कर पैमाइश करा लें। इस बात का ध्यान रखा जाय कि वर्षा की स्थिति में कोई भी वाहन यहां न फंसे। सफाई पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने नगर पंचायतों के साथ ग्राम पंचायतों एवं अतिरिक्त सफाई कर्मियों की व्यवस्था कर कम से कम ५०० कर्मचारी बुलाना सुनिश्चित करें।

इस मौके पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन कैलाश चंद्र, उपजिलाधिकारी सदर राकेश मालपानी समेत अन्य विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।



बंद का वृंदावन में नहीं दिखा असर


भाजपा और सपा नेताओं ने कारोबारियों की दुकानें बंद कराईं
प्रदर्शन कर केंद्र सरकार को जमकर कोसा


वृंदावन (AU 2010.07.06)। देश में बढ़ती महंगाई के विरोध में भाजपा और सपा के आह्वान पर सोमवार को देश व्यापी बंद का धर्मनगरी में कोई खास असर नहीं दिखाई दिया। नगर के अधिकतर बाजार रोजाना की तरह खुले रहे। खुली दुकानों को बंद कराने के लिए भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं ने व्यापारियों से कुछेक दुकानों को बंद कराया। दोनों दलों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

नगर पालिका चौराहे पर भाजपा और भाजयुमो पदाधिकारियों ने केंद्र की यूपीए सरकार की जन विरोधी नीतियों की निंदा की। पूर्व पालिकाध्यक्ष गोविंद शरण अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्र की प्रगति में सबसे बड़ी बाधक है। नगर अध्यक्ष पं. वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि देश में बढ़ती कमरतोड़ महंगाई के कारण जनता का शोषण हो रहा है। भाजयुमो अध्यक्ष राजेश पंडित एवं सुनील चतुर्वेदी ने कहा कि सोनिया गांधी एवं मनमोहन सिंह मिलकर देश की आर्थिक व्यवस्था को चौपट करने में लगे हैं। पूर्व महामंत्री श्रीकृष्ण सरस, सभासद डा. धर्मेंद्र बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार में शामिल सभी मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।

विरोध प्रदर्शन करने वालों में राजेश शर्मा, गोविंद प्रसाद शर्मा, दयाशंकर शर्मा, श्यामसुंदर गौतम, शांति दयाल उपाध्याय, पप्पू माहौर आदि उपस्थित थे।

वहीं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस्कान मंदिर के सामने और विद्यापीठ चौराहे के समीप दुकानों को बंद कराया। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुरुदेव शर्मा ने कहा कि महंगाई ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। आज आम आदमी दाल रोटी भी नहीं खा सकता। तुलसीराम शर्मा, राम बाबू पंडा ने केंद्र की नीतियों को जमकर कोसा।

फोटो-पी-१ - महंगाई के विरोध में देश व्यापी बंद के दौरान वृंदावन में प्रदर्शन करते भाजपा कार्यकर्ता।
फोटो-पी-२ - महंगाई के विरोध में देश व्यापी बंद के दौरान वृंदावन में प्रदर्शन करते सपा कार्यकर्ता।



बरसात के बाद बिजली की आपूर्ति हुई ठप


विद्युत अधिकारियों ने नहीं उठाए फोन
पागल बाबा के समीप सबस्टेशन में आई खराबी
कई इलाके सोमवार की शाम तक बिजली से अछूते


वृंदावन (AU 2010.07.06)। रविवार की शाम को हुई तेज बारिश से मौसम तो सुहाना हो गया, लेकिन विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। रविवार की शाम गई बिजली सोमवार की दोपहर बाद सुचारु हो सकी। लोगों को रात अंधेरे में ही गुजारनी पड़ी। जानकारी करने के लिए लोगों ने विद्युत अधिकारियों के फोन मिलाने चाहे, लेकिन अधिकारियों ने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा।

इसके लिए पागल बाबा के समीप स्थित १३२ केवी सबस्टेशन में आई खराबी बताया गया। रविवार की रात करीब नौ बजे गई बिजली सोमवार को दोपहर बाद दो बजे सुचारु हो पाई। वहीं, नगर के कई इलाकों में तो चौबीस घंटे के बाद भी विद्युत व्यवस्था सुचारु नहीं हो सकी। बिजली कटौती के चलते नगर में पानी की सप्लाई भी लड़खड़ा गई। इधर नगर के संत कालोनी, आनंद वाटिका, परिक्रमा मार्ग, दुर्गापुरम, रमणरेती आदि इलाकों में समाचार लिखे जाने तक विद्युत आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी थी। मथुरा मार्ग स्थित राधापुरम आवासीय कालोनी को आपूर्ति उपलब्ध कराने वाला ट्रांसफार्मर भी फूंक जाने से लोगों ने रात अंधेरे में गुजारी। अधिकारी फुंके ट्रांसफार्मर को बदलने में जुटे रहे।



दहेज हत्या में पति समेत तीन को आजन्म कैद


मथुरा (AU 2010.07.06)। दहेज की मांग को लेकर पत्नी की जहर देकर हत्या के मामले में पति सहित तीन लोगों को आजीवन कारावास और दस-दस हजार के जुर्माने की सजा सुनाई गई है।

आगरा के एत्मादपुर जिला निवासी मूलचंद ने एक मई २००८ को अपनी पुत्री राधा देवी की शादी थाना बलदेव के मनोहरपुर निवासी बहादुर के पुत्र महेश से की थी। शादी में सामर्थ्य के अनुसार दहेज दिया गया। आरोप था कि शादी के चार माह बाद ही ससुरालियों ने दहेज में दो लाख रुपये नहीं देने पर राधा की जहर देकर हत्या कर दी। मामले में मुकदमा मृतका के पिता ने थाना बलदेव में दर्ज कराया था।

उक्त केस एडीजे तृतीय एनए जैदी की अदालत में चला। दोनों पक्षों के गवाहों और अधिवक्ताओं की जिरह सुनने के बाद उन्होंने मृतका के पति महेश, देवर चंद्रमोहन और सास खिल्लो देवी को आजीवन कारावास और दस-दस हजार के जुर्माने की सजा सुनाई। इस केस की सुनवाई के दौरान मृतका के पति की जमानत भी नहीं हुई। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी सहायक शासकीय अधिवक्ता रनवीर चौधरी ने की।



बरसातः मकानों में भर गया गंदा पानी


पालिका प्रशासन ने नहीं करवाए नाले साफ
सोमवार की शाम को चार बजे के बाद हुई वर्षा
कई कालोनियों जलमग्न होने से लोग परेशान


कोसीकलां (AU 2010.07.06)। मानसून की पहली बारिश नगरवासियों के लिए आफत बनकर आई। जगह-जगह जलभराव होने से राहगीरों को दिक्कतें उठानी पड़ी। मकानों में पानी भरने से लोग परेशान हो उठे। जलभराव और कीचड़ लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई।

सोमवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे। ठंडी हवा से मौसम सुहाना बना हुआ था। १० बजे के बाद तेज धूप ने लोगों को परेशान कर दिया। शाम करीब पौने चार बजे आसमान में काली घटाएं और देखते ही देखते जोरदार बारिश होने लगी। इससे लोगों को जलभराव से जूझना पड़ा।

अग्रसेन मार्ग, पुरानी जीटी रोड, नंदगांव रोड, कमला नगर, दिल्ली गेट निकासा, रामनगर, गोपालनगर, लालाराम मार्ग आदि स्थानों पर पानी ही पानी दिखाई देने लगा। अग्रसेन मार्ग पर तो वाहनों में पानी घुस गया।

पंचशील कालोनी, राधागोविंद नगर, मालगोदाम के समीप बने क्वार्टरों में नाले का गंदा पानी हिलोरे मारने लगा। घरों का सामान पानी में तैर गया। लोग घरों से पानी निकालते देखे गए। राधागोविंद नगर निवासी डालचंद का कहना है कि बरसात से पहले पालिका ने नाले की सफाई नहीं कराई। इससे जलभराव के हालात पैदा हो गए। अगर समय से सफाई कराई होती तो ये हालात न देखने पड़ते।

बरसात ने की बत्ती गुल

कोसीकलां। बरसात के कारण नगर की विद्युत व्यवस्था भंग हो गई। इंडस्ट्रियल फीडर की केबल जल जाने से आधी कोसी रातभर अंधकार में डूबी रही। शाम को हुई बरसात के बाद तो रेस्टोरेंट और टाउन फीडर की बत्ती गुल हो गई। टाउन फीडर में ब्रेक डाउन होने से सोमवार को शाम सात बजे तक बत्ती शुरू नहीं हो सकी।
फोटो संख्या १



कृष्ण जन्म स्थान: नासूर न बन जाए विप्रा की दरियादिली


मथुरा (DJ 2010.07.06)। जिस क्षेत्र के लोग सुरक्षा के तामझाम की वजह से करीब दो दशक से नियमों के मकड़जाल में फंसे हैं, उसी इलाके में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नियम-कानूनों की 'कब्र' पर बहुमंजिला इमारतों का निर्माण करा लेते हैं। प्रतिबंधित यलो जोन में इस तरह की बन रहीं बहुमंजिली इमारतें सुरक्षा की दृष्टि से नासूर न बन जायें। धार्मिक स्थल की सुरक्षा में लगा दस्ता समय-समय पर ऐसी इमारतों पर आपत्तियां दर्ज कराता रहा है, लेकिन विकास प्राधिकरण इन्हें रद्दी की टोकरी में फेंक देता है।

बात हो रही है श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाद मस्जिद के आसपास के क्षेत्र की। ये दोनों धार्मिक स्थल आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल बताये जाते हैं। इनको महफूज रखने की खातिर इनकी सुरक्षा के तामझाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। इन संवेदनशील धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह पुख्ता बनाने की कड़ी में रेड जोन परिधि में निर्माण कार्य अनुमन्य नहीं हैं तो श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के परिधि से यलो जोन की सौ मीटर की परिधि के अंतर्गत बहुमंजिला इमारतों का निर्माण प्रतिबंधित है। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण की वर्ष 2002 में हुई बोर्ड बैठक में इस बारे में प्रस्ताव पारित कर अपर पुलिस अधीक्षक सुरक्षा समेत कई अन्य अफसरों को इसकी जानकारी दे दी गई थी। बताया गया था कि विप्रा यलो जोन में बहुमंजिला भवनों के निर्माण के लिये नक्शा स्वीकृत नहीं करेगी। रेड जोन में तो इस नियम का पालन हो रहा है, लेकिन जन्मभूमि के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने यलो जोन में पिछले समय में कई बहुमंजिला इमारतों का निर्माण कर लिया गया है। इनमें होटल व धर्मशालाएं भी शामिल हैं, जहां देशी-विदेशी आकर ठहरते रहते हैं। इन बहुमंजिला इमारतों की इन संवेदनशील धार्मिक स्थलों से बहुत अधिक दूरी नहीं है। इस बारे में विप्रा सचिव मानवेंद्र सिंह ने कहा कि वह संबंधित इमारतों के नक्शों की जांच-पड़ताल कराएंगे।

जतायी जा रही है आपत्ति

एएसपी सुरक्षा आरपीएस यादव ने बताया कि यलो जोन में बहुमंजिला इमारतों के सम्बंध में विप्रा में आपत्तियां जतायी जाती रही हैं। मगर किसी कार्रवाई से न तो अवगत कराया गया और न ही नजर आई। नक्शा जारी करने का कार्य विप्रा का है। उन्होंने कहा कि यहां बहुमंजिला इमारतों पर प्रतिबंध सुरक्षा के लिहाज से ही लगाया गया था।



पहली बारिश में ही लड़खड़ाई विद्युत आपूर्ति


मथुरा (DJ 2010.07.06)। जिले में रविवार की रात मानसून की पहली बारिश जहां सामान्य जन के लिए बहार का पैगाम लेकर आई वहीं विद्युत वितरण व्यवस्था पर 'बिजली' गिरा गई। मूसलाधार बारिश से शहरी और देहात क्षेत्र के दो बिजलीघरों समेत आधा दर्जन सब-स्टेशनों और फीडरों में ब्रेक-डाउन हो गया। छटीकरा में लाइन में फाल्ट आने से आसपास के गांवों के लोग बिजली के लिए तरस गये। अलबत्ता मौसम में ठंडक होने से बिजली आपूर्ति की डिमांड तीस से पैंतीस फीसदी तक कम हो गई।

पूर्व के अनुभवों की भांति रविवार की शाम जब बारिश शुरू हुई तो जनपद के प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। बिजली अफसरों के मुताबिक ऐसा दुर्घटनाओं को टालने की गरज से किया जाता है। मथुरा शहर में रात 11 बजे बाद हुई मूसलाधार बारिश में विद्युत आपूर्ति होते देख लोग अचम्भित रहे। इस दौरान वोल्टेज भी बढि़या रहे। तड़के रात दो बजे से बारिश का असर विद्युत आपूर्ति पर होते दिखा। जनपद के देहात और शहरी क्षेत्रों में कई नगर, कस्बों और गांवों में ध्वस्त विद्युत आपूर्ति दूसरे दिन शाम छह बजे करीब ही सुचारू हो पाई। शहर के जवाहर हाट फीडर से जुड़े होलीगेट आदि इलाकों में इस समय तक भी विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई थी।

मानसून की पहली बारिश से 132 केवी के वृंदावन और औरंगाबाद बिजलीघर में ब्रेक डाउन हो गया। अधीक्षण अभियंता, देहात देवेन्द्र पचुरिया के मुताबिक औरंगाबाद बिजलीघर के 63 एमवीए ट्रांसफार्मर में खराबी आने से विद्युत आपूर्ति में बाधा आई। इससे उक्त गांव समेत फरह कस्बा, रिफाइनरी स्थित औद्योगिक क्षेत्र साइट-बी और समीपवर्ती इलाके प्रभावित हुए। विद्युत आपूर्ति भंग रहने से क्षुब्ध आचार्य नगर की महिलाओं ने दोपहर में अधिशासी अभियंता, ट्रांसमीशन आरआर अग्रवाल के कार्यालय को घेर लिया। उस समय वह वृन्दावन एवं कोसीकलां लाइनों पर काम चलने के कारण साइट पर थे।



बादलों की मेहरबानी फिर बरसा पानी


मथुरा (DJ 2010.07.06)। कान्हा की नगरी पर बादलों की मेहरबानी दूसरे दिन सोमवार को भी रही। दोपहर में बादल झूम कर बरसे। नाले नालियां उफन गए और गंदगी सड़कों से बह कर यमुना में समा गई। तमाम स्थानों पर जलभराव हो गया। बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया।

पिछले दिनों हुई बारिश के बाद ही पृथ्वी से भभका निकलने लगा था। रविवार-सोमवार की रात को हुई रुक-रुक कर बारिश भी पृथ्वी के तापक्रम को कम नहीं कर सकी। सुबह कभी बादलों की सेना घिर कर चली आई तो कभी सूरज बादलों को चीर कर दिखाई दिया। लुकाछिपी के इस खेल के बीच पैदा हुई उमस ने लोगों को पसीने से तरबतर कर दिया। दोहपर में अचानक काली घटाएं उमड़ आई और बादल झूम कर बरसे। करीब पच्चीस मिनट तक हुई बारिश से शहर में जलभराव की स्थिति बन गई। नये, पुराने और भूतेश्वर रेलवे पुलों के नीचे पानी भर गया। आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। राहगीरों को रेलवे पटरी पार कर निकलना पड़ा। कंकाली के पास पहले से बने जलभराव में इजाफा हो गया। डीग गेट, होली गेट, अंतापाड़ा, सदर बाजार, डेम्पियर नगर, सौंख रोड आदि क्षेत्रों में नालियों के उफन जाने से जलभराव हो गया। होली गेट पर दुकानों के आगे पानी भर गया। चन्द्रपुरी, नटवर नगर, अम्बेडकर कालोनी, सुखदेव नगर, राधिका बिहार, जय सिंह पुरा, राधेश्याम कालोनी, मानस नगर, बल्देवपुरी, नवनीत नगर, ज्योति नगर, जमुना नगर, पुष्प बिहार, सरस्वती कुंड, गोविंद पुर, चामुण्डा कालोनियों में लोग जलभराव से जूझते रहे। निचले इलाकों में भरे पानी की निकासी के लिए प्रशासन और नगर पालिका स्तर पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में भी जलभराव हो गया। फल एवं सब्जी मंडी में भी आढ़ती और उपभोक्ता जलभराव से जूझते रहे। व्यापारी नेता दीन दयाल अग्रवाल ने कहा कि अनाज मंडी में पानी भर जाने से व्यापारिक कार्य प्रभावित हो रहा है। किसानों को भी गल्ला बेचने में परेशानी आएगी। शहर की गोविंद गंज मंडी में भी पानी पानी हो गया। इससे सब्जी और फूल विक्रेताओं को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। व्यापारी नेता मुरारी अग्रवाल ने बताया कि मंडी में जल निकासी की कोई व्यवस्था न होने से बारिश के दिनों में हालात खराब हो जाते हैं।




मथुरा में वर्षा से गर्इं छह की जानें


मथुरा (DJ, 2010.07.06) । मानसून की पहली बरसात ने रविवार को कहर बरपाया। राया में दो मंजिला नवनिर्मित मकान आकाशीय बिजली से धराशायी हो गया। इसके अंदर दबकर मकान स्वामी समेत चार लोगों की मौत हो गई। एक मजदूर दबकर गंभीर रुप से घायल हो गया। मांट और छाता में दीवार गिर जाने से एक बच्ची व वृद्धा की मौत हो गई है।

कस्बा राया की नई बस्ती में रमेश उर्फ रसिया (40 वर्ष) पुत्र मुरारी लाल निवासी कनोरिया थाना इगलास, अलीगढ़ मकान का निर्माण कार्य पिछले डेढ़ माह से करा रहा था। मकान का निर्माण कार्य गांव हरिया की नगरिया निवासी राजमिस्त्री रामलाल पुत्र नेकसा राम कर रहा था। दो दिन पहले ऊपरी मंजिल में प्लास्टर कराया गया था। बताते हैं कि राजमिस्त्री रामलाल के साथ प्यारे पुत्र खेमकरन, टिंकू पुत्र रामजीलाल व कमरूद्दीन पुत्र निजामुद्दीन निवासी कनेरिया इगलास अलीगढ़ वेलदारी का काम कर रहे थे। रविवार की रात मकान स्वामी रसिया, राजमिस्त्री रामलाल, टिंकू व प्यारेलाल ऊपर की मंजिल पर कमरों में सो रहे थे, कमरूद्दीन नीचे के कमरे में सो रहा था। रात करीब 1 बजे मूसलाधार बारिश के साथ ही दो मंजिला मकान भरभराकर ढह गया।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तेज बरसात के साथ मकान पर आकाशीय बिजली गिरने की आवाज सुनाई दी थी। इसके बाद ही मकान भरभराकर गिर पड़ा था। ऊपर कमरे में सो रहे मकान स्वामी समेत सभी चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि नीचे के कमरे में सो रहा कमरूद्दीन गंभीर रूप से घायल हो गया। मकान गिरने के बाद आनन-फानन में कस्बावासी नई बस्ती की और दौड़ पड़े।

सूचना पर थाना प्रभारी राजेश्वर प्रसाद त्यागी भी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर गए। रात में ही जेसीबी से मलवे को हटाकर सभी पांचों लोगों को निकाला गया। ऊपर की मंजिल में सो रहे लोगों के शरीर की हड्डियां गार्डर व पटिया से चूर-चूर हो गई थीं। घायल कमरूद्दीन को मथुरा भेजा गया। एसडीएम रामसिंह गौतम ने मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि दिलाए जाने की घोषणा की।

छाता प्रतिनिधि के अनुसार गांव नरी में 68 वर्षीय रामवती और उसके पति रामहेत सिंह मकान में सो रहे थे। इसी बरसात के चलते मकान की दीवार दम्पति के ऊपर गिर पड़ी। वृद्धा रामवती ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। रामहेत को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मांट क्षेत्र के गांव बहद जसौली निवासी लटूरी की 12 वर्षीय पुत्री गीता सुबह करीब 7 बजे किसी काम से घर से बाहर गई थी। तभी तभी हरीसिंह के मकान की दीवार गिर पड़ी। दीवार की चपेट में बालिका आ गई। आनन-फानन में बालिका को निकाल कर चिकित्सकों के पास ले जाया गया। जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौके पर एसडीएम राजीव गुप्ता और थानाध्यक्ष अनिल शर्मा भी पहुंच गये।



मौसम खुशगवार पर गंदगी चूम रही कदम


मथुरा (DJ 2010.07.06)। मानसून आ गया है और बारिश दो दिन से हो रही है। मौसम जितना खुशगवार हो जा रहा है, सड़कों पर गंदगी उतनी ही कदम चूम रही है। कालोनियां लबालब होने वाली हैं और लोग घरों में पानी न घुसने देने के इंतजाम में जुट गए हैं।

जैसी कि आशंका जतायी जा रही थी, जगह-जगह खुदे पड़े आधे-अधूरे नालों से तमाम इलाके गंदगी व पानी से भरने लगे हैं। जयसिंह पुरा, यमुना पल्ली पार और महोली रोड-सौंख रोड की कालोनियां प्रभावित होने लगी हैं। इस बीच सोमवार से महोली रोड नाले की सिल्ट सफाई का कार्य शुरू कराया गया है।

विलंब से शुरू हुई नाला सफाई के बीच क्षेत्र की कई कालोनियों में सड़कों पर पानी भरा हुआ है। नाले से पानी का निकास न के बराबर है। इसी प्रकार बीएसए इंजीनियरिंग कालेज के पीछे की कालोनियों में जलभराव की स्थिति है। बीएसए कालेज से भूतेश्वर मार्ग पर ही एक साइड में पानी भर गया है। यहां स्वच्छता विभाग ने कुछ दिन पहले नाली से सिल्ट निकाली थी, लेकिन तली झाड़ सफाई नहीं की गयी।

जयसिंह पुरा क्षेत्र की सभी कालोनियों में पानी भरने की शिकायतें हैं। पालिका का सरदर्द बढ़ा जरूर है, पर कोई सरदर्द मोल लेने को तैयार नहीं है। नाला सफाई का कार्य भी मंथर गति से चल रहा है। चेयरमैन और ईओ के त्वरित गति से कार्य करने के आदेश देने के बावजूद स्वच्छता निरीक्षक अपनी ही गति से कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं।

सोमवार को हुई कुछ देर की बारिश से ही बनखंडी नाला जहां ओवर फ्लो हो गया, वहीं यही स्थिति सुभाष नगर नाले की रही। यहां एल एंड टी के ठेकेदार द्वारा कार्य बंद किए महीनों हो गए, पर न तो नाले से अवरोध दूर किया गया है और न ही निर्माण सामग्री हटायी गयी है। अंबाखार नाले की स्थिति भी खराब बतायी गयी है।

इस बीच नए बस स्टैंड से लगातार दूसरे दिन भी जलभराव दूर नहीं हो सका। जल निगम का किया जा रहा प्रयोग शुरू होने से पहले ही फेल होने की स्थिति में पहुंच गया है। लगाया गया पंप बार-बार बंद होने से पानी आगे की ओर नहीं निकल पा रहा। कहा जा रहा है कि नाले की गंदगी में पालीथिन ज्यादा मात्रा में आने से पंप जाम हो रहा है।

यहां जलभराव बने रहने के कारण पैदल यात्री रेलवे पटरी को क्रास करके इधर-उधर जाने को विवश हैं, वहीं दुपहिया वाहन चालक भूतेश्वर-अमरनाथ विद्या आश्रम की रेल पटरी के बराबर से सौंख अड्डा की ओर आ रहे हैं। चौपहिया वाहनों को कचहरी व शहर में आने के लिए हाइवे का सहारा लेना पड़ रहा है।


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