गोवर्धन में तोड़फोड़ पर संत लामबंद
परिक्रमा आश्रम में योगेश्वर आश्रम तोड़ने पर आक्रोश
एडीजी को अवगत कराया, मुख्यमंत्री को भी बताएंगे
गोवर्धन (AU 2010.07.08)। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग से अतिक्रमण हटाने में बरते जा रहे भेदभाव को लेकर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश थम नहीं रहा। अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने से पहले न तो आश्रमों को कोई नोटिस दिया जा रहा है और न ही कहीं चिह्नांकन हो रहा है। दो दिन पहले योगेश्वर आश्रम में की गई तोड़फोड़ से मामला गरमा गया है। संतों में काफी उबाल है। प्रशासन की मनमानी को प्रदेश सरकार से अवगत कराने को परेशान संत रूपरेखा बना रहे हैं।
छह जुलाई को पालिका, पुलिस-प्रशासनिक अफसरों ने संयुक्त रूप से गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में दानघाटी से आगे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अभियान की शुरुआत दानघाटी से होनी थी, लेकिन यहां मनमानी की गई। अभियान धोबी वाली धर्मशाला से शुरू किया गया। बीच से अतिक्रमण हटाओ को लेकर यहां के लोगों एवं संतों में आक्रोश व्याप्त हो गया। पुलिस ने लोगों को धमकाया। इससे विरोध उभर नहीं पाया।
दानघाटी के समीप योगेश्वर आश्रम को ढहाने पर उसके स्वामी मोहन पुरी एवं स्वामी अनिल पुरी ने जमकर विरोध किया, लेकिन प्रशासन के अफसर अपनी मनमानी पर अड़े रहे। उन्होंने बाहर एक दुकान एवं आश्रम को अंदर दस फीट तक ध्वस्त कर दिया। आश्रम में तोड़फोड़ पर गोवर्धन के कई संत लामबंद हो गए हैं। आश्रम के महंत सुरेशानंद ने एडीजी (सुरक्षा) ब्रजलाल को फोन पर पुलिस की मनमानी से अवगत कराया। महंत ने बताया कि करीब १० लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इसके जिम्मेदार एसडीएम (सदर) राकेश मालपानी एवं सीओ हैं। मुख्यमंत्री को घटनाक्रम से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान चलाने से पहले न तो उन्हें प्रशासन ने सूचित किया और न ही कोई चिह्न लगाए गए।
वर्षा से यमुना में पानी बढ़ा
गुरुवार को २६ हजार क्यूसेक पानी आया
ओखला, ताजेवाला पर अभी पानी बढ़ा नही
मथुरा में पानी का उतार और चढ़ाव बरकरार
भारी मात्रा में जलकुंभी भी हरियाणा से आई
मथुरा (AU 2010.07.08)। मानसून की पहली वर्षा से यमुना में पानी थोड़ा बढ़ा है। जल स्तर में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। बीती सायं अचानक आया ३१ हजार क्यूसेक पानी देर रात्रि अचानक घट गया। सुबह होते-होते जलस्तर बढ़कर करीब २६ हजार क्यूसेक तक जा पहुंचा। पानी के साथ भारी मात्रा में जलकुंभी भी आई है। आगामी कुछ दिनों तक यह स्थिति कायम रहने के आसार हैं।
प्री मानसून बारिश के बाद एक जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में लगातार तीन दिन तक लगी वर्षा की झड़ी ने पानी को तरस रही यमुना नदी में हलचल मचा दी। बुधवार की सायं ताजेवाला बांध से छोड़ा गया जल अचानक आने से यमुना का जलस्तर बढ़कर ३१ हजार क्यूसेक तक पहुंच गया। पानी के साथ भारी मात्रा में जलकुंभी भी आई। अभी लोग कुछ समझ पाते कि रात्रि एक-दो बजे के करीब जलस्तर अचानक घटना शुरू हो गया।
घटते-घटते जलस्तर १९ हजार क्यूसेक तक जा पहुंचा, लेकिन सुबह होते होते जलस्तर बढ़ता हुआ २६७८५ क्यूसेक तक जा पहुंचा। सिंचाई अफसरों के मुताबिक यह स्थिति अभी कुछ समय और बनी रहेगी। ताजेवाला में पानी है, लेकिन अभी इतना नहीं है कि इसे आगे के लिए छोड़ा जाय। जबकि ओखला और वजीराबाद में गुरुवार सुबह तक बढ़ा हुआ पानी पहुंचा ही नहीं है। यहां गुरुवार देर रात्रि तक पानी पहुंचने की संभावना है।
कॉमनवैल्थ गेम्स के दौरान बेहतर सुरक्षा होगी
एडीजी रेलवे ने जीआरपी अफसरों की बैठक ली
जीआरपी के पास है पर्याप्त एमीनेशन फोर्स
इमरजेंसी मामलों में संवेदनशील बने पुलिस
जहरखुरानों पर विशेष नजर रखने के निर्देश
मथुरा (AU 2010.07.08)। अपर पुलिस महानिदेशक (रेलवे) अरविंद कुमार जैन ने कहा है कि दिल्ली में होने जा रहे कॉमनवैल्थ गेम्स के लिए रेलवे के सुरक्षा इंतजाम बेहतर रहेंगे। दिल्ली से आगरा, मथुरा या बाहर कहीं जाने के लिए पर्यटकों को रेलवे में पर्याप्त सुरक्षा मिलेगी।
एडीजी जैन पटना-मथुरा एक्सप्रेस से गुरुवार सुबह मथुरा जंक्शन पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कॉमनवैल्थ गेम्स अभी दूर हैं, फिर भी रुटीन चेकिंग बढ़ाई गई है। सुरक्षा के तमाम दिशा निर्देश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। ट्रेन से कटकर घायल होने वाले और मृतकों के प्रति जीआरपी संवेदनशील रवैया अपनाएगी।
उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस शव का सिर्फ मीमो भरने तक सीमित नहीं रहेगी। कोई बहाना भी नहीं चलेगा। उन्होंने जीआरपी अफसरों को हिदायत दी कि रेलवे पुलिस यात्रियों के साथ संयमित व्यवहार करे। अपराध नियंत्रण की भरसक कोशिश करे। कामनवैल्थ गेम्स को देखते हुए अपराधियों, खासतौर से जहरखुरानों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाए। इस दौरान जीआरपी निरीक्षक समेत अन्य अफसर मौजूद थे।
एडीजी जैन ने मथुरा आगमन पर जीआरपी थाने का निरीक्षण भी किया। यहां उन्होंने मालखाना, रिकार्ड रूम, डेली डायरी, जीडी समेत अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज देखे। एमीनेशन भी देखा। इसके बाद पुलिस अफसरों की बैठक लेते हुए उन्होंने कॉमनवैल्थ गेम्स संबंधी दिशा निर्देश जारी किए।
बारिश के बाद गलियों में सड़ रही कीचड़
मथुरा (DJ 2010.07.08)। तीन दिन बारिश के बाद यमुना का जलस्तर तो बढ़ा है, पर जो गंदा पानी साफ हो जाना चाहिए था, वह और गंदा हो गया है। इतना गंदा कि यमुना किनारे पर ही मारे बदबू के खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा। शहर में भी जगह-जगह कीचड़ गलियों में पट गयी है। बरसात के बाद निकली तेज धूप अब बीमारियों को न्यौ
सांप काटे तो स्वास्थ्य केंद्रों पर मत जाइयेगा
मथुरा (DJ 2010.07.08)। बरसात के मौसम में यदि आपको सांप काट ले तो इलाज कराने ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर मत जाइयेगा। वजह यह कि अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों पर सांप काटे इंजेक्शन (एंटी स्नेक वेनम) का अभाव है। एआरवी इंजेक्शन (कुत्ता काटने के इलाज में काम आने वाला)भी उपलब्ध नहीं बताया गया है।
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