Saturday, July 17, 2010

2010-07-18 ब्रज का समाचार

इस्कान के ब्रह्मचारी आश्रम में विदेशी की मृत्यु


मथुरा (Hindustan, 2010.07.18) : उत्तर प्रदेश में मथुरा के वृन्दावन कोतवाली के इस्कान ब्रह्मचारी निवास में एक अमेरीकी नागरिक की दम घुटने से मृत्यु हो गई है। पुलिस उपाधीक्षक कायम सिंह ने शनिवार को यहां बताया कि रसोई गैस के सिलेण्डर के लीक होने से इस विदेशी नागरिक की मृत्यु दम घुटने से हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि मृतक के चेहरे एवं छाती पर झुलसने का निशान है और ऐसा समझा जाता है कि गैस स्टोव की अचानक लौ तेज होने से वह झुलसा है। अमेरिका के वर्जीनिया के मूल निवासी मृतक ऐडवर्ट फ्रैंकलिन स्ट्राइकर आइन्द्रा प्रभु के नाम से मशहूर थे। इस्कान के ब्रह्मचारी निवास के कमरा नम्बर 89 में रह रहे आइन्द्रा प्रभु इस्कान की कीर्तन मण्डली का नेतृत्व करते थे।

इस्कान के भक्तों के अनुसार वह प्रतिदिन ठाकुर जी के लिए रात में प्रसाद भी बनाते थे। शनिवार सुबह वह मन्दिर की आरती में शामिल नहीं हुए तो अन्य इस्कानवासियों को उनकी चिंता हुई। कुछ लोग जब उनके कमरे पर गए तो कमरा अन्दर से बंद पाया। कमरे से हल्का धुआं उठ रहा था। जब दरवाजा तोड़ा तो आइन्द्रा प्रभु को मृत पाया गया। सिलेण्डर से गैस का रिसाव जारी था। उनके निधन से इस्कान में शोक की लहर दौड़ गई। भगवत भक्ति में पूरी तरह से लीन होने के कारण वह इस्कानवासियों में काफी लोकप्रिय थे।



अमेरिकी कृष्ण भक्त की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत


वृन्दावन (मथुरा) (DJ 2010.07.18)। विश्व प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर के ब्रह्माचारी निवास परिसर में शनिवार को एक अमेरिकी कृष्ण भक्त की कमरे में दम घुटने से मौत हो गयी। बताया जाता है कि गैस रिसने के बाद कमरे में आग लग गयी जिससे कमरे में धुआं भर गया।

नार्थ अमेरिका के बरजीनिया शहर निवासी एडवर्ड फ्रेंकलिन स्टाइकर पुत्र पारथर माइल्स स्टाइकर 22 साल से इस्कॉन मन्दिर परिसर में रह रहा था। भक्तिवेदान्त श्रील प्रभुपाद के शिष्य फ्रेंकलिन स्टाइकर को दीक्षा के उपरान्त अयेन्द्र दास उर्फ आइन्दा प्रभु के नाम से जाना जाता था। कई वर्षो से भारत में रहने के कारण 20 अप्रैल 2004 को आइन्दा प्रभु को भारतीय नागरिकता मिल गयी थी।

शनिवार की तड़के ब्रह्माचारी निवास के कमरा नम्बर 89 में आइन्दा प्रभु के कमरे से गैस की दुर्गन्ध आने पर वहां रह रहे अन्य भक्तों ने मन्दिर प्रबन्धन को सूचना दी। सूचना पाकर मन्दिर के सिक्योरिटी आफीसर मनोहर दास एवं अध्यक्ष पंच गौड़ा दास अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंचे एवं खिड़की की जाली तुड़वाकर अन्दर देखना चाहा पर काला धुआं और भारी घुटन व बदबू होने पर साफ दिखायी नहीं दिया। अन्य कृष्ण भक्तों का शक गहराया और उन्होंने रमणरेती पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी।

सूचना पाकर मन्दिर परिसर पहुंचे पुलिसबल ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अन्दर का दृश्य काफी भयावह था। आइन्दा प्रभु पेट के बल जमीन पर पड़े हुये थे एवं कमरे के अन्दर काला धुंआ भरा हुआ था। कमरे के कुछ हिस्से में घरेलू ईधन गैस रिसने के कारण आग लग चुकी थी जिससे आइन्दा प्रभु का चेहरा एवं सीना झुलस गया था। इधर घटना की सूचना पाकर क्षेत्राधिकारी सदर कायम सिंह, कोतवाली प्रभारी आर.के. सिंह भी घटनास्थल पर जा पहुंचे।

मन्दिर सूत्रों के अनुसार वह करीब 20 वर्षो से संकीर्तन विभाग का नेतृत्व कर रहे थे। आइन्दा प्रभु के शव के आस-पास कृष्ण भक्तों ने श्री हरिनाम संकीर्तन शुरू कर दिया। घटना स्थल की जांच करने के उपरान्त शव को पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया गया है। विदेशी कृष्ण भक्त का शव देर शाम को वृन्दावन पहुंचा और रात को हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार आइन्दा प्रभु देर रात को कीर्तन करने के बाद अपने कमरे में जाकर सो गये। माना जा रहा है कि कमरे में रखे उनके छोटे गैस सिलेण्डर से रात को गैस रिसने लगी। रात में किसी समय जब उन्होंने गैस जलाई होगी तो उसमें आग लग गयी। यहां प्रश्न उठता है कि आखिर गैस रिसाव से अगर आग लगी तो पूरा कमरा क्यों नहीं जला? गैस से आग लगने पर पूरे कमरे में आग लग जाती। यही नहीं गैस की आग लगने से कुछ सामान जलाने के बाद स्वत: ही बुझ गयी। घटना की जानकारी सुबह उस समय हुई जब आइन्दा प्रभु सुबह छह बजे रोज की तरह कीर्तन करने नहीं गये।



मुडि़या मेला में हाईटेक सुरक्षा


मथुरा (DJ 2010.07.18)। देश-प्रदेश में आतंकी गतिविधियों बढ़ने की आशंका को देखते हुए गोवर्धन में लगने जा रहे प्रदेश के राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला का इस साल शासन-सत्ता की नजर में महत्व और बढ़ गया है। समूचे मेला का सुरक्षा कवच में रखने के लिए पुलिस महकमे में कसरत तेज हो गई है।

इस बार प्रमुख मंदिरों और मानसी गंगा सहित भीड़ के अधिक दबाव वाले स्थलों पर 39 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। पिछले साल की अपेक्षा इस बार मेला में पुलिस फोर्स बढ़ाया जा रहा है। पुलिस हाईटेक तरीके से मेला में सुरक्षा प्रबंध कर रही है। डॉग स्क्वायड व बम निष्क्रय दस्ता भी नजर रखेगा। शनिवार को मेला के सुरक्षा प्लान पर एसएसपी ने पुलिस अफसरों के साथ मंथन किया। कुछ सेक्टरों में अधिकारी बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।

गोवर्धन मुडि़या पूर्णिमा मेला को सकुशल संपन्न कराने की कवायद जिला एवं पुलिस प्रशासन ने शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने मेला की तैयारियों को अमली जामा पहना दिया है। इस बार भी मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन, 15 जोन एवं 49 सेक्टरों में बांटा गया है। 19 जुलाई से सभी जोन व सेक्टरों में अधिकारियों की ड्यूटी शुरू हो जायेगी। पुलिस विभाग ने भी मुडि़या पूर्णिमा मेले की व्यवस्था पूरी कर ली है। शनिवार को कुछ सेक्टरों में विस्तार किया जाना था, जो जिलाधिकारी की अनुमति के बाद ही होगा।



गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य रुका


मथुरा (DJ 2010.07.18)। गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के काम में वन विभाग ने रोड़ा अटका दिया है। पीडब्ल्यूडी ने रिजर्व फोरेस्ट लैंड पर काम कराने के लिए भारत सरकार से अनुमति मांगी है। फिलहाल मुड़िया मेले से पहले काम पूरा होने की संभावना नहीं है।

गोवर्धन में मुडि़या पूर्णिमा मेला से पहले परिक्रमा मार्ग के अलावा छटीकरा-राधाकुंड, गोवर्धन-बरसाना, गोवर्धन-डीग और सौंख-गोवर्धन मार्ग को चौड़ीकरण कर उसका सौंदर्यीकरण कराया जाना था। इस काम पर करीब पचास करोड़ रुपये की लागत आएगी।

गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में जतीपुरा और आन्यौर के बीच करीब डेढ़ किलोमीटर और बीच में करीब सौ मीटर का हिस्सा रिजर्व फोरेस्ट लैंड में पड़ रहा है। इस लैंड पर पीडब्ल्यूडी को काम करने से वन विभाग ने रोक दिया है।

डीएफओ डॉ. केएल मीणा ने बताया कि वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत जहां वन विभाग की भूमि दर्ज है या फिर वन स्वरूप है और वन भूमि में दर्ज नहीं है पर भारत सरकार की अनुमति के बाद ही विकास कार्य किया जा सकता है। इसी के तहत पीडब्ल्यूडी से वन विभाग की भूमि पर काम कराने के लिए भारत सरकार से अनुमति लेने को कहा गया है।



दैनिक अमर उजाला का वेबसाइट आज भी चालु नहीं है.

1 comment:

संगीता पुरी said...

इस नए ब्‍लॉग के साथ आपका हिंदी चिट्ठाजगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!