Wednesday, July 7, 2010

विकास के नाम पर नहीं चढ़ने देंगे पेड़ों की बलि

कंक्रीट के जंगल में बदल रहा नगर : मीणा
वन संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन


वृंदावन (AU 2010.07.08) । धर्मनगरी कुछ वर्ष पहले वन-उपवन के लिए जाना जाता थी, लेकिन समय बदलने के साथ ही यह कंक्रीट के जंगल तब्दील होती जा रही है। वन विभाग इसे दोबारा हरा-भरा बनाएगा। ये वाक्य ब्रज वृंदावन हेरिटेज एलायंस और फ्रेंड्स ऑफ वृंदावन के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को रंगजी मंदिर के बड़े बगीचा में वन संरक्षण पर आयोजित कार्यशाला में प्रभागीय वन निदेशक डा. केएल मीणा ने कहे। वहीं, वृंदावन से एक भी पेड़ नहीं कटने को कहा गया।


डा. चंद्रप्रकाश शर्मा, गोविंद किशोर गोस्वामी और आचार्य नरेश नारायण ने कहा कि वृंदावन को तीर्थस्थल घोषित कर पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र बनाना चाहिए। चंद्रलाल शर्मा, सुरेशचंद्र शर्मा और राजेंद्र अग्रवाल का कहना था कि वन विभाग यमुना खादर को अधिग्रहीत कर इसे संरक्षित वन घोषित करे।

फ्रेंड्स ऑफ वृंदावन के निदेशक जगन्नाथ पोद्दार ने कहा कि यदि वन विभाग चाहे तो संस्था उनके साथ मिलकर मठ-मंदिर, बगीचों और अन्य निजी क्षेत्रों में भी पौधरोपण कर सकती है। इस मौके पर केजी गुप्ता, बालकृष्ण गौतम ने कहा कि विकास के नाम पर अब वृंदावन का एक भी वृक्ष कटाने नहीं देंगे।


फोटो-पी-१ - वन संरक्षण पर कार्यशाला में उपस्थित ब्रज-वृंदावन हेरिटेज एलायंस और फ्रेंड्स आफ वृंदावन के पदाधिकारीगण।

बैठक में तोताराम उपाध्याय, गिरधारी ब्रजवासी, सुशील शर्मा, श्यामलाल शर्मा, प्रतिभा शर्मा, कन्हैया गुप्ता, मधुमंगल शुक्ल, चंद्रभान सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, ब्रजमोहन खांडल, मदनमोहन शर्मा आदि थे।

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