Monday, July 12, 2010

2010-07-13 ब्रज का समाचार

अष्ट सखी गांवों का सौंदर्यीकरण शुरू


व्यवसायिक शिक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन

बरसाना (AU 2010.07.12)। राधारानी की अष्ट सखियों के गांवों के सौंदर्यीकरण एवं पुनरोद्धार की योजना सोमवार से प्रारंभ हो गई। शिलान्यास व्यवसायिक शिक्षा मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण ने किया। हालांकि यह कार्य पर्यटन मंत्री विनोद कुमार सिंह को करना था, लेकिन किसी कारणवश उनके न आने पर व्यवसायिक शिक्षा मंत्री ने यह औपचारिकता निभायी।

पर्यटन विभाग राधारानी की अष्ट सखियों के गांव चिकसौली, नारा, ढ़भाला, लोघोली, पिसावा, डारहौली, कमई, गाजीपुर, रीठौरा एवं हाथिया में पुराने कुंड एवं तालाबों के साथ सड़क मार्ग का पुनरोद्धार एवं सौंदर्यीकरण करा रहा है। तीन करोड़ के इस प्रोजेक्ट का सोमवार को पर्यटन मंत्री विनोद कुमार सिंह को शिलान्यास करना था, लेकिन किसी कारण से उनके न आने पर व्यवसायिक शिक्षा मंत्री चौ. लक्ष्मीनारायण ने शिलान्यास की औपचारिकता निभाई।

ब्रजेश्वरी बालिका इंटर कालेज बरसाना में हुए इस शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने उपरोक्त गांवों के विकास के लिए सवा करोड़ रुपये अपनी निधि से देने की घोषणा की। उन्होंने राधारानी मंदिर के मुख्य द्वार के निर्माण के लिए भी ११ लाख रुपया देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि बरसाना में २३० केवीए का विद्युत सब स्टेशन अगस्त तक स्थापित करा दिया जाएगा। बरसाना-कोसी रोड का निर्माण बरसात बाद कराया जाएगा।

इस मौके पर एमएलसी लेखराज सिंह की अध्यक्षता में जिला पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा, भीखा प्रमुख, बरारी प्रधान, देवकी प्रधान, नारायण सिह, संयोजक प्रीतम प्रधान, राकेश, राधाचरण फौजी, डा. कृष्णमुरारी गोस्वामी आदि उपस्थित थे।



सांसद ने किया विकास कार्यो का निरीक्षण


मथुरा (DJ 2010.07.12)। सांसद निधि के चल रहे विकास कार्यो का सांसद जयन्त चौधरी ने मौके पर जाकर विकास कार्यो की गुणवत्ता को देखा। इस दौरान नगला मोहन व गढ़ी सुक्खा, सेलखेड़ा में अच्छे कार्य पर ठेकेदार की पीठ थपथपायी। नगला ड्योडिया, नगला सहतू में मानकों के विपरीत कार्य होने पर ठेकेदार की खिंचाई की। आरईएस के अधिशासी अभियन्ता को उक्त ठेकेदार का भुगतान रोककर कार्यवाही करने को कहा। इस अवसर पर सांसद का सराय सालवान, नगला संजा, नगला सहतू में ग्रामीणों ने स्वागत किया।



नाला निर्माण में देरी से लोगों में उबाल


जलनिगम के विरोध प्रदर्शन, नारेबाजी
निधिवन के समीप खोदे नाले से परेशानी
अफसरों, ठेकेदारों पर मनमानी का आरोप


वृंदावन (AU 2010.07.12)। वृंदावन समग्र विकास योजना में अधिकारियों की हीलाहवाली और ठेकेदारों की मनमानी से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। नगर के प्रमुख निधिवन मंदिर के समीप चल रहे नाला निर्माण कार्य को रोक देने से स्थानीय व्यापारियों के साथ मंदिर दर्शन करने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। सोमवार को स्थानीय व्यापारियों ने नाला निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था जल निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया।

स्थानीय दुकानदार राजीव मित्तल, शंकरलाल, विनोद गोस्वामी, मोहन शर्मा, गोविंद शर्मा, टीटू, जगदीश शर्मा, बिहारीलाल, ब्रजबिहारी शर्मा, लक्ष्मीनारायण तिवारी, राकेश शर्मा ने कहा कि निधिवन मंदिर मार्ग पर जलनिगम के ठेकेदार द्वारा एक माह पूर्व नाला निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। आरोप लगाया कि कुछ दिन कार्य करने के बाद बीच में ही कार्य को रोक दिया गया।

उन्होंने कहा कि नाला कार्य के बीच रोकने के कारण आए दिन लोग गिर रहे हैं वहीं पुराने नाले का गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। इससे न केवल क्षेत्र में गंदगी फैल रही है बल्कि लोग चुटैल हो रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जल निगम के अधिकारियों से क्षेत्र की समस्या के समाधान की मांग की है।

फोटो-पी-४: कैप्शन- वृंदावन के निधिवन मंदिर के समीप नाला निर्माण कार्य में हो रही देरी से नाराज स्थानीय व्यापारी प्रदर्शन करते हुए।



यमुना जल स्तर बढ़ा तो मचेगी तबाही!


गोकुल (DJ 2010.07.12)। भगवान न करें, यमुना में जल स्तर यकायक बढ़े, वजह यह कि ऐसी स्थिति में गोकुल बैराज के सभी गेट जवाब दे सकते हैं। इनके न उठने की स्थिति में मथुरा जनपद के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ आने जैसी तबाही मच सकती है। करीब तीन साल से मेंटीनेंस आदि के लिये धन न मिलने का असर गोकुल बैराज के रखरखाव आदि कार्यो पर पड़ रहा है। बहरहाल सिंचाई विभाग के अफसर अभी से हाथ खड़े करने की मुद्रा में हैं।

करीब एक दशक पहले करोड़ों रूपये खर्च कर यमुना पर गोकुल बैराज के रूप में सफेद हाथी तो पाल लिया गया, लेकिन अब इसकी मरम्मत आदि के लिये धनाभाव आड़े आ रहा। बैराज की मरम्मत आदि के लिये लगभग तीन साल पहले शासन से 37 लाख की धनराशि मिली थी, उसके बाद से अब तक सिंचाई विभाग को धन उपलब्ध नहीं कराया गया है। डिमांड धनराशि न होने का असर बैराज के रखरखाव और मरम्मत आदि कार्यो पर पड़ रहा है।

जानकारों की माने तो पिछले वर्षो में गोकुल बैराज की रंगाई-पुताई, ग्रीसिंग, आयलिंग, बोल्डरों को कसने जैसे तमाम कार्य नहीं कराये जा सके हैं। यहां तक कि कुछ साल पहले जब अफसरों ने यमुना में बाढ़ आने का हल्ला मचाया था, तब भी शासन ने धन की डिमांड पूरी करने में कंजूसी दिखाई थी।

अप्रैल माह में जब शासन ने बाढ़ की दृष्टि से मथुरा जनपद को संवेदनशील घोषित करते हुये यहां बाढ़ राहत कार्य की तैयारियों में लगने के लिये निर्देशित किया तो सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बाढ़ आने की अवधि पिछले माह 15 तारीख से 15 अक्टूबर तक बताते हुये बाढ़ पूर्व तैयारी और गोकुल बैराज की मरम्मत के लिये तीस लाख की डिमांड नगर विकास से कर दी।

डिमांड पूरी न करने पर अब अधीक्षण अभियंता एसपी जैन ने नगर विकास के विशेष सचिव को फिर पत्र लिखा है। बताते हैं, श्री जैन ने अपने पत्र में यमुना में बाढ़ आने या जलस्तर काफी बढ़ने की स्थिति में गोकुल बैराज की सुरक्षा के लिये अब तक किसी प्रकार की तैयारी न होने की जानकारी दी है। बताया गया है कि यमुना के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी होने की दशा में पानी को आगरा की ओर बहाने के लिये गोकुल बैराज के सभी 21 गेटों को खोलना आसान नहीं रहेगा।



बैराज का खुला राज


मथुरा (DJ 2010.07.12)। मथुरा और आसपास के इलाकों के लिए तथाकथित जीवनदायक गोकुल बैराज पर 'बुढ़ापा' चढ़ने लगा है। नियमित देखरेख और मेंटीनेंस के अभाव ने बैराज का राज ही खोल दिया है। इसके उपकरण जाम हो चुके हैं। पानी छोड़ने के लिए लगाये गये दरवाजों में जंग लग गई है। बैराज की इसी हालत में बरसात के दौरान यमुना ने अगर खतरे का निशान छू लिया तो तबाही को रोक पाना सम्भव नहीं हो पायेगा। बैराज के जंग लगे दरवाजे उठ नहीं पायेंगे।

करीब एक दशक पहले करोड़ों रुपयों से यमुना पर गोकुल बैराज के रूप में सफेद हाथी तो पाल लिया गया, लेकिन अब इसकी मरम्मत आदि की फिक्र ही नहीं है। बैराज की मरम्मत आदि के लिये लगभग तीन साल पहले शासन से 37 लाख की धनराशि मिली थी। उसके बाद से अब तक सिंचाई विभाग कटोरा लेकर भीख सी मांग रहा है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि पिछले वर्षो में गोकुल बैराज की रंगाई-पुताई, ग्रीसिंग, आयलिंग, नट-बोल्ट को कसने जैसे तमाम नहीं हो पाये हैं।

यहां तक कि कुछ साल पहले जब अफसरों ने यमुना में बाढ़ आने का हल्ला मचाया था, तब भी शासन ने धन की डिमांड पूरी करने में कंजूसी दिखाई थी। अप्रैल में जब शासन ने बाढ़ की दृष्टि से मथुरा जनपद को संवेदनशील घोषित करते हुये यहां बाढ़ राहत कार्य की तैयारियों में लगने के लिये निर्देशित किया।



हर घंटे बाद मापा जाएगा यमुना का पानी


मथुरा (DJ 2010.07.12)। मानसूनी बारिश होते ही सिंचाई विभाग ने यमुना के जलस्तर की निगरानी शुरू कर दी है। प्रयाग घाट पर हर दो घंटे बाद गेज लिया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है।

सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सहायक अभियंता प्रथम अपर खंड आगरा कैनाल जीत्तू प्रसाद ने बताया कि प्रयाग घाट पर अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि हर दो घंटे पर प्रयाग घाट पर गेज लेंगे।

इसकी सूचना तत्काल बाढ़ नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी। अपर खंड आगरा कैनाल के अधिशासी अभियंता रमाकांत रस्तोगी ने बताया कि यमुना का जलस्तर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में बारिश होने से बढ़ता है। मथुरा में औखला बैराज से पानी छोड़ने पर ही बढ़ता है। उन्होंने बताया कि औखला से छोड़े जा रहे पानी का मथुरा में प्रयाग घाट पर कितना असर पड़ रहा है। इसका रोजना आंकलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी दो-दो घंटे पर गेज लिया जाएगा, लेकिन जलस्तर में अधिक इजाफा होने पर हर घंटे पर गेज लिया जाएगा।



यमुना के जलस्तर की निगरानी शुरू


मथुरा (DJ 2010.07.12)। मानसूनी बारिश होते ही सिंचाई विभाग ने यमुना के जलस्तर की निगरानी शुरू कर दी है। प्रयाग घाट पर हर दो घंटे बाद गेज लिया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है।

दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में बारिश होते ही यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है। सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सहायक अभियंता प्रथम अपर खंड आगरा कैनाल जीत्तू प्रसाद ने बताया, कि प्रयाग घाट पर अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई हैं। जो हर दो घंटे पर प्रयाग घाट पर गेज लेंगे।

इसकी सूचना तत्काल बाढ़ नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी। अपर खंड आगरा कैनाल के अधिशासी अभियंता रमाकांत रस्तोगी ने बताया, कि औखला से छोड़े जा रहे पानी का मथुरा में प्रयाग घाट पर कितना असर पड़ रहा है। इसका रोजना आंकलन किया जाएगा।



बिजली के लिए जनपद में हाहाकार

पीलीपोखर सब स्टेशन से दिनभर आपूर्ति ठप
२२० केवी गोकुल की लाइन की सीटी डैमेज
कामकाज बाधित, शोपीस बने रहे उपकरण
उमस भरी गर्मी से बेहाल हुए जनपदवासी


मथुरा (AU 2010.07.12)। एक बार फिर सोमवार को आगरा के ४०० केवी पीली पोखर सब स्टेशन से जिले के लिए कई घंटे सप्लाई ठप कर दी गई। इस सब स्टेशन से २२० केवी गोकुल की लाइन की सीटी डैमेज हो गयी। फलतः मथुरा जिले भर की सप्लाई बाधित रही। साढ़े पांच घंटे तक बिजली न मिलने से विद्युत उपकरण शोपीस बन गए। कार्यालयों का कामकाज ठप हो गया। उमस भरी गर्मी से बेहाल हुए लोग विद्युत निगम की मनमानी को कोसते दिखे।

हर बार की तरह पीली पोखर में हुई गड़बड़ी मथुरा की बिजली पर भारी पड़ती दिखी। सोमवार की दोपहर एक बजे की गई बिजली देर शाम तक नहीं आ सकी। विद्युत व्यवस्था चरमराने से बैंकों एवं कार्यालयों का कामकाज ठप हो गया। घरों एवं दुकानों पर लगे विद्युत उपकरण शोपीस बन गए। बिजली न मिलने से जनपद के लोगों का हाल बेहाल हो गया। बच्चों को रो-रोकर बुरा हाल था, वहीं कामकाजी महिलाएं भी बिजली न मिलने से काफी बेचैन दिखीं।

उपभोक्ता बार-बार विद्युत अफसरों से बिजली चालू होने की स्थिति जानने के लिए फोन करते रहे, लेकिन फोन अटेंड न होने से उपभोक्ताओं को गुस्सा सातवें आसमान पर दिखा। हर कोई विद्युत अफसराें की मनमानी को कोसता दिखा। सायं साढ़े छह बजे बिजली आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। शहरी खंड के एसई प्रदीप टंडन ने बताया कि आगरा पीली पोखर बिजलीघर में सीटी खराब होने से जनपद की विद्युत व्यवस्था गड़बड़ाई है। जनपद को पीलीपोखर से गोकुल २२० बिजलीघर को सप्लाई मिलती है। इसी के कारण पूरा जनपद बिजली से महरूम रहा है।



गोवर्धन-सौंख रोड पर लगाया जाम


गांव पैंठा में एक सप्ताह से नहीं मिल रही बिजली
ग्रामीणों ने आश्वासन के बाद ही खोला जाम


गोवर्धन (AU 2010.07.12)। एक सप्ताह से गांव पैंठा में चरमराई विद्युत व्यवस्था पटरी पर न आने से ग्रामीणों में उबाल आ गया। गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को गोवर्धन-सौंख मार्ग पर जाम लगाकर विद्युत निगम की हठधर्मिता को जमकर कोसा। आश्वासन के बाद ही ग्रामीणों को आक्रोश थमा।

गोवर्धन के गांव पैंठा में एक सप्ताह पहले विद्युत तार टूटने के कारण पानी का संकट गहराने लगा। हर कोई बिना बिजली के बेहाल दिखा। कई बार विद्युत अफसरों से तारों को दुरुस्त करके आपूर्ति सुचारु किए जाने की मांग की गई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही। आखिरकार ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया।

एकत्रित हुए ग्रामीणों ने गोवर्धन-सौंख रोड पर जाम लगा दिया। जाम से गोवर्धन आने वाले श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उमस भरी गर्मी में वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। पुलिस के काफी समझाने के बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हो सका। जाम स्थल पर विद्युत अफसरों को बुलाने की ग्रामीण मांग करने लगे।

पुलिस के कहने पर विद्युत निगम के जेई पहुंचा। जेई ने पैंठा गांव की बिजली चार दिन में दुरुस्त करने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीणों ने जाम खोला। घंटों तक जाम में फंसे रहे गोवर्धन आने वाले तीर्थयात्री गर्मी में तौबा करते दिखे। ग्रामीणों ने एलान किया कि बिजली दुरुस्त नहीं हुई तो आंदोलन बड़ा किया जाएगा।



विद्युत कटौती से मचा हाहाकार


नगर में बमुश्किल दस घंटे ही मिल रही है बिजली
व्यापारियों ने अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा
गुरुपूर्णिमा महोत्सव में श्रद्धालुओं का आना शुरू


वृंदावन (AU 2010.07.12)। भीषण गर्मी में घंटों अघोषित विद्युत कटौती ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। सोमवार को सुबह दस बजे गई बिजली देर सायं सुचारु हो सकी। विद्युत कटौती से व्यवसाय पर पड़ रही चोट से परेशान व्यापारियों ने सोमवार को विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा।

व्यापार मंडल के चेयरमैन अशोक वार्ष्णेय और अध्यक्ष ललित अरोड़ा ने कहा कि गुरुपूर्णिमा महोत्सव में श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ है। यह दिन व्यवसाय की दृष्टि से व्यापारियों के लाभकारी है। लेकिन प्रतिदिन घंटों की कटौती के कारण भीषण गर्मी में प्रतिष्ठान पर भी बैठना दुश्वार हो गया है। विपिन अग्रवाल, भीमसेन अग्रवाल ने कहा कि वृंदावन को सरकार ने २४ घंटे कटौती मुक्त रखने के आदेश दिए हैं, लेकिन अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। इससे व्यापार में काफी नुकसान हो रहा है।

व्यापारियों ने चेतावनी दी कि जल्द ही विद्युत दुरुस्त नहीं की गई तो वे सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता जगमोहन लाल ने कहा कि कटौती प्रदेश भर में की जा रही है। फिर भी वह वृंदावन में आने वाले तीर्थयात्रियों की परेशानी को देखने हुए उच्च अधिकारियों से कटौती को रुकवाने का अनुरोध करेंगे।

फोटो-पी-२: कैप्शन- विद्युत कटौती से परेशान व्यापारी अधिशासी अभियंता से वार्ता करते हुए।



भैरों बाबा से मांगी खुशहाली की दुआ


आषाढ़ के अंतिम सोमवार पर पूजे देवता
पति और बच्चों की दीर्घायु के लिए कामना की
महिलाओं की सोमवार को लगी रही कतार


वृंदावन (AU 2010.07.12)। वृंदावन से सटे गांवों की महिलाओं द्वारा अपने परिवार की सुख-समृद्धि, पति और बच्चों की दीर्घायु के लिए अटल्लाचुंगी स्थित ठा. अटल बिहारी मंदिर के बगीचे में भैरो बाबा के कुएं की पूजा की गई। अषाढ़ मास के आखिरी सोमवार को सुबह से ही महिलाओं की लंबी कतार देखने को मिली। सैकड़ों महिलाएं हाथों में पूजा की थाली लिए भैरो बाबा के कुएं पर जा रहीं थीं। पूजा-अर्चना का क्रम देरशाम तक चलता रहा।

ग्राम अक्रूर निवासी सुनीता देवी, प्रिया शर्मा, राजपुर की लीलावती कहतीं हैं कि परिवार में खुशी को माहोल बनाए रखने के लिए आषाढ़ मास के प्रत्येक सोमवार को यहां आते हैं। यहां स्थिति भैरों बाबा के कुएं की पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर के सेवायतों के अनुसार आषाढ़ मास के सोमवार पर की जाने वाली पूजा से सभी महिलाओं की मनोकामना पूर्ण होती है। इसे कुआं वाली जात के नाम से भी जाना जाता है।

फोटो-पी-१: कैप्शन- आषाढ़ मास के अंतिम सोमवार को भैरो बाबा कुएं की पूजा-अर्चना करतीं महिलाएं।



युवा में बढ़ रहा है नशा करने का शौक


प्रशासन से अभियान चलाने की मांग
बरसाना में सैकड़ों युवक हुए शिकार
पेनकिलर्स को नशे के लिए इस्तेमाल


मथुरा (AU 2010.07.12)। बरसाना नगर और आसपास के युवाओं में नशे के इंजेक्शन की लत आम होती जा रही है। १६ से २५ वर्ष की आय वर्ग के ये युवा बड़ी संख्या में फोरड्रिन और कंपोज के इंजेक्शन ले रहे हैं। इससे कस्बे की फिजा तो बिगड़ ही रही है साथ ही युवा पीढ़ी के भविष्य पर भी सवालिया निशान लग गया है।

बरसाना में पिछले कुछ समय से युवाओं में नशे की लत बढ़ती ही जा रही है। इसका अंदाज भी पुराने और प्रचलित नशों से अलग है। आज के युवा नशे के लिए पेनकिलर्स का उपयोग कर रहे हैं। ये लोग मेडिकल स्टोर्स से फोरड्रिन और कंपोज जैसे घातक पेनकिलर्स का नशे के लिए उपयोग कर रहे हैं। इन्हें इंजेक्शन की सिरिंज से नसों में लगाया जाता है।

इसके लिए युवा सार्वजनिक शौचालय, पार्क, धर्मशाला के सूने कोनों का इस्तेमाल करते हैं। इन स्थानों पर पड़ी सैकड़ों सिरिंज इसकी प्रत्यक्ष गवाह है। नगर पंचायत चेयरमैन डा. कृष्ण मुरारी गोस्वामी ने इस स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने प्रशासन से युवाओं पर अंकुश लगाने को अभियान चलाने के लिए कहा है।

पांच साल में मर जाता है एडिक्ट

चिकित्सक डा. ललित कृष्ण के मुताबिक पेनकिलर इंजेक्शन की लत निरंतर बढ़ती है। इनके ज्यादा इस्तेमाल से बे्रन हैमरेज, हार्ट अटैक, दिमागी असंतुलन और उच्च रक्तचाप संबंधी खतरे बढ़ जाते हैं। लगातार इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति दो से पांच साल में काल का ग्रास बन जाता है।



देश, धर्म और समाज की रक्षा जरूर करें


नारायणदास भक्तमाली की मूर्ति का अनावरण
कटुता से कहा गया सत्य होता है प्रभावहीन
संसार में मिलावटी सामान की तरह प्यार भी


कोसीकलां (AU 2010.07.12)। जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ने धर्मप्रेमियों से देश, समाज और धर्म की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया है।

मदनमोहन जी महाराज सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सोमवार को उन्होंने कहा कि मंदिर में लगी मूर्तियां केवल पाषाण की मूर्ति नहीं होती, जब प्राण प्रतिष्ठा करके इन्हें विराजमान किया जाता है। तब ये साक्षात भगवान का स्वरूप धारण कर लेती हैं। साक्षात परमात्मा का दर्शन कर उनकी सेवा पूजा करनी चाहिए। जो लोग उन्हें पाषाण मूर्तियां मानते हैं, वे निहायत ही मूर्ख हैं।

कार्यक्रम में केशवानंद सरस्वती महाराज, प्रह्लाददास महाराज, रामचरितदास महाराज ने कहा कि सत्य बोलने से भारतीय तत्ववेता ज्ञानी सत्य की अनिवार्यता को स्वीकार करते हैं। कटुता से कहा गया सत्य प्रभावहीन तथा दूसरों के लिए कष्टकारी होता है।

लाड़िलीदास महाराज, बालकदास महाराज, रामवेवकदास महाराज, प्रेमदास महाराज का कहना था कि संसार में मिलावटी सामान की तरह प्यार भी मिलावटी हो गया है। मनुष्य झूठी चीजों से प्यार करता है और देह के जुदा होने की बात पर दुःखी हो जाता है। आज की दुनिया में स्वार्थ का प्यार है।

नवलराम महाराज, रामदास महाराज, तुलसीदास महाराज, चैतन्यदास महाराज आदि ने कहा कि जीवन में सुख शांति, संतुष्टता, उमंग, उत्साह जीवन का मजा है और इन मूल्यों की प्राप्ति ही परमात्मा का सहज साधन है।

कार्यक्रम में प्रमुख संत नारायणदास भक्तमाली की प्रतिमा का अनावरण भी शंकराचार्य सहित अनेक संतों ने किया। श्री भक्तमाली को एक सच्चा संत बताया। इस मौके पर श्यामसुंदर भगतजी, दिनेश गुप्ता, खूबचंद अग्रवाल, सुभाष बजाज, मुकेश गिडेहिया, केके अग्रवाल, विजय पालीवाल, डा. परशुराम भार्गव आदि थे।



कालोनी हरी-भरी कर रहे कलाकुंज वासी


मथुरा (DJ 2010.07.12)। भूतेश्वर क्षेत्र स्थित कला कुंज कालोनी वैलफेयर सोसायटी ने पार्क में वृक्षारोपण कराकर कालोनी हरी-भरी करने का अभियान शुरू किया है।

सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश गर्ग व पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय ने अशोक का वृक्ष लगाकर इसकी शुरूआत की।



दो करोड़ से 90 सड़कें बनना शुरू


मथुरा (DJ 2010.07.12)। पालिका के विभिन्न वार्डो में दो करोड़ की लागत से 90 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। सोमवार को डैंपीयर नगर में दो सड़कें बननी प्रारंभ हो गयीं।

वार्ड 19 में सीसी सड़क का शुभारंभ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बलराज अरोड़ा ने पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय की मौजूदगी में किया। स्थानीय सभासद राकेश राजपाल राकी के नेतृत्व में लोगों ने चेयरमैन का चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मान किया।

चेयरमैन श्याम सुंदर उपाध्याय ने कहा, कि 90 सड़कें शहर में बनायी जा रही हैं। डैंपीयर नगर की सीसी सड़क इसी श्रंखला में है। इस सड़क को विप्रा की सूची में स्थानीय लोगों ने शामिल कराया था, लेकिन विप्रा ने इसे प्राथमिकता पर नहीं लिया था। क्षेत्र में छह लाख की लागत से दो सड़कें बन रही हैं। 90 सड़कों के अलावा पुलिया व सीवर पाइप लाइन के कार्य भी कराए जा रहे हैं। इन्हें अधिकतम एक पखवाड़े में पूरा कराकर जनता को समर्पित करा दिया जाएगा।



बीएसएनएल: ब्राडबैंड सेवा ठप, नहीं हो सके बिल जमा


मथुरा (DJ 2010.07.12)। रविवार की आधी रात बाद जिले में दो हजार ब्राड बैंड कनेक्शन चालू हो सके, मगर खुद भारत संचार निगम के सिविल लाइंस स्थित कस्टमर केयर सेंटर पर कनेक्टिविटी दिन भर गायब रही। इससे उपभोक्ता अपने बिलों का भुगतान नहीं कर सके।

डैंपीयर नगर दूरभाष एक्सचेंज से लेकर सिविल लाइंस स्थित संचार निगम के कस्टमर केयर सेंटर के बीच आप्टिकल फाइबर केबल विच्छेदित हो जाने से सेंटर पर बिल भुगतान की धनराशि जमा नहीं हो सके। यहां सभी विंडो के कर्मचारी दिन भर हाथ पर हाथ रखे बैठे रहे। ग्राहकों ने पहले से काफी इंतजार किया, लेकिन यह जानकारी मिलने पर कहीं ओएफसी कटी है, उनका धैर्य जवाब दे गया। कर्मचारी मैनुअली बिल जमा कराने को तैयार थे, पर अधिकांश ने इसे प्राथमिकता नहीं दी। इस बीच डैंपीयर कस्टमर केयर सेंटर पर सामान्य तरीके से कामकाज चलता रहा।

बीते दिन सुबह से ही जनपद के दो हजार ब्राड बैंड कनेक्शन बैठ गए थे। इसकी जानकारी मिलने पर महाप्रबंधक राधे श्याम पांडेय ने बंगलुरू व आगरा संपर्क किया, तो कनेक्टिविटी में कुछ कमी बतायी गयी, लेकिन यह सायं तक ठीक हो चुकी थी, इसके बावजूद जनपद एसएसए में आधी से ज्यादा ब्राड बैंड सेवा
बहाल नहीं हो सकी।



गरीबों के आवास बनाने को जमीन मिली


मथुरा (DJ 2010.07.12)। जिलाधिकारी डीसी शुक्ल ने मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के सचिव मानवेंद्र सिंह को बुलाकर काशीराम शहरी गरीब आवासीय योजना में बनने वाले 1500 मकानों के प्रगति की जानकारी ली। वित्तीय वर्ष 2009-10 में छाता में 275 आवास, कोसी में तीन सौ, गोवर्धन में दो सौ और वृंदावन नगर पालिका परिषद क्षेत्र में निवास करने वाले शहरी गरीबों के लिये 725 आवास बनाये जाने हैं। जिलाधिकारी श्री शुक्ल के साथ मुलाकात में विप्रा सचिव ने इन्हें बनाने के लिये जमीन की तलाश पूरी हो जाने की जानकारी दी।


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