Tuesday, July 20, 2010

2010-07-21 ब्रज का समाचार

कई दिनों से अमर उजाला की मथुरा खबरें मुझे नहीं मिलती । मालूम नहीं, उनका वेबसाइट चलता है या नहीं । इस के बारे में किसी की कोई जानकारी हो तो मुझ से कृपया संपर्क कीजिये । धन्यवाद ।



मंदिर, आश्रम और कालोनियां होंगी पौधों से गुलजार


मथुरा (DJ 2010.07.20)। बारिश शुरू होते ही पौधे रोपने के काम ने फिर गति पकड़ ली है। वृंदावन के मंदिर, आश्रम और गौशालाओं के अलावा कालोनियों में भी घरों के आगे पौधे रोपे जाएंगे। वन विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव मांगे हैं।

जनपद में दस लाख पौधे रोपने का लक्ष्य है। वन विभाग इस बार वृंदावन के मंदिर, आश्रम और गौशालाओं में पौधे रोपने जा रहा है। इसके लिए विभागीय अधिकारी मंदिर, आश्रम और गौशालाओं में कितने पौधे रोपने की गुंजाइश है, इसकी इनके संचालकों से जानकारी ले रहे हैं।

डीएफओ डॉ. केएल मीणा ने बताया, कि मंदिर, आश्रम और गौशालाओं से स्वीकृति मिलने के बाद पौधे रोपने का काम शुरू करा दिया जाएगा। जो जिस प्रजाति के पौधे की मांग करेगा, उसे उसी प्रजाति के पौधे उपलब्ध करा दिए जाएंगे। पौधे लगाने का दायित्व वन विभाग के कर्मचारियों का होगा, सुरक्षा की जिम्मेदारी मंदिर के सेवायत, आश्रम और गौशाला संचालक की होगी। उन्होंने बताया, कि इसी तरह से कालोनियों में भी पौधे रोपे जाएंगे।


१९ जुलाइ को सपरिवार मथुरा डि.एफ.ओ. के.एल. मीणा ने वृन्दावन छोट मुंगेर मन्दिर के प्रांगण में फ्रेंड्स आफ वृन्दावन के आपिसों में पदार्पण किया ।



नीलगाय: खेतों में तबाही के कदम


मथुरा (DJ 2010.07.20)। नीलगाय किसानों की मेहनत पर पानी फेर रही है दिन रात कड़ी रखवाली के बाद भी नीलगायों से फसलें की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। जनपद समेत पूरे क्षेत्र में इनका आतंक चरम पर पहुंच गया है। यही वजह है कि खरीफ में किसानों ने दलहन की फसलों से हाथ खड़े कर लिये हैं और मक्का जैसी फसलें भी कम बोई गयी हैं।

उधर सर्वे कराने के बाद भी किसानों की दुश्मन बनी इन नीलगायों पर नियंत्रण अभी तक कोई काम नहीं हो पा रहा है। जानकारी के अनुसार जनपद में नीलगायों का बढ़ता आतंक किसानों के लिये सिरदर्द बनता जा रहा है। कड़ी रखवाली के बाद भी खेतों में खड़ी फसलों को खाने व उजाड़ देने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है।

दलहन की फसलें तो मानो नीलगायों का मन पसंद भोजन हैं, जिसके चलते किसानों ने दलहन की फसलें करने से हाथ खड़े कर लिये हैं। मक्का जैसी फसलें भी नीलगायों के चलते कम बोई गयीं हैं। इसके अलावा इन नीलगायों के खेतों में होकर भागने एवं अंदर बैठने से अन्य फसलें भी प्रभावित हो रही हैं। झुण्ड बनाकर घूमती यह नीलगाय जिस खेत में खड़ी फसल को बर्बाद कर देती हैं।

नीलगायों के बढ़ते आतंक से किसान बेहद परेशान हैं। उधर सरकारी आंकड़े भी नीलगायों द्वारा फसलें बर्बाद करने की कहानी बयां कर रहे हैं। जनपद के कृषि विभाग के आंकड़ों को देखा जाय तो खरीफ में करीब 11 प्रतिशत अरहर की फसल को नीलगायों से नुकसान होता है। जायद में उर्द व मूंग को भी 10 प्रतिशत से ज्यादा क्षति हो जाती है। जबकि रवि के सीजन में मटर को करीब 14 प्रतिशत का नुकसान इन नीलगायों से होता है। जबकि सरकारी आंकड़ों से ज्यादा किसानों की फसलें बर्बाद होती है।

इतना ही नहीं इन नीलगायों के भागने इधर-उधर खेतों में खड़ी फसलों के बीच बैठने से गेंहूं व सरसों आदि की फसलें भी काफी प्रभावित होती हैं।

बताते हैं कि नीलगायों का ठिकाना ज्यादातर यमुना के खादर में बना रहता है इसके अलावा सुरक्षित ठिकानों पर इनके झुण्ड के झुण्ड नजर आते हैं जनपद में नीलगायों की बढ़ती तादाद एवं फसलों को नुकसान करने की समस्या को देखते हुये कृषि विभाग ने वन विभाग के माध्यम से नीलगायों का सर्वे कराया तो वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जनपद में कुल 4949 नीलगाय हैं, जिनमें सर्वाधिक गोवर्धन ब्लाक में 1040, मथुरा ब्लाक में 838 फरह में 757, नंदगांव में 254 छाता में 342 मांट में 313 नौहझील में 330 बल्देव में 287 राया में 238 नीलगाय बताई गयीं है।

जबकि किसानों के मुताबिक जनपद में इन आंकड़ों से कहीं ज्यादा नीलगायों की संख्या है उधर कृषि विभाग ने सर्वे कराने के बाद इन नीलगायों पर नियंत्रण की योजना के लिये शासन को पत्र भेजा है।



संगीत समारोह: ब्रज की गायन शैली की रक्षा पर बल


मथुरा (DJ 2010.07.20)। स्वामी गनेशी लाल कौशिक संगीत समारोह रंगारंग कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। कलाकारों ने प्राचीन राग, मल्हार, ध्रुव पद धमार की धुन सुनाकर समां बाधा। इस मौके पर ब्रज की पारंपरिक गायन शैली की सुरक्षा पर विशेष बल दिया गया।

विश्व लक्ष्मी नगर स्थित आत्मोन्नति मंदिर में आहूत समारोह का आरंभ नगर पालिकाध्यक्ष श्याम सुंदर उपाध्याय, कुं. नरेंद्र सिंह, हरि गुरु चतुर्वेदी, बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव नंद किशोर उपमन्यु, मोहन स्वरूप भाटिया, नरेश मल्होत्रा, नीति लाल चतुर्वेदी, डा. रमेश शर्मा एवं रामाधार हरियाणा द्वारा स्वामी गनेशी लाल के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। हरिचरन लाल वर्मा दिल्ली, दिवाकर शर्मा, अभिषेक शर्मा, कन्हैया लाल चतुर्वेदी, सौरभ-सुनील चतुर्वेदी, अभिनव शर्मा ने एक से बढ़कर एक तान छेड़ कर वाह-वाही लूटी। इनका साथ गुलाम साबिर, हरिबाबू कौशिक, मयूर कौशिक, मनमोहन कौशिक देकर वातावरण को संगीतमय किया।



दुकानों के सामने से मिट्टी की खुदाई पर आक्रोश


मथुरा (DJ 2010.07.20)। मुड़िया पूर्णिमा मेला तैयारी के नाम पर पिछले तीन दिन से एक व्यक्ति द्वारा मंडी चौराहा-सौंख रोड स्थित दुकानों के सामने से जेसीबी से मिट्टी की खुदाई करने से परेशान स्थानीय दुकानदार दोपहर आक्रोशित हो गये। उनके आक्रोश को भांपकर जेसीबी चालक भाग गया। चालक का कहना था कि वह लोक निर्माण विभाग के कर्मियों के कहने पर मिट्टी की खुदाई कर रहा था।

अपने को लोक निर्माण विभाग का कर्मी बताकर एक व्यक्ति तीन दिन से यहां दुकानों के सामने से मिट्टी की खुदाई कर रहा था। इसके द्वारा दुकानों के सामने से करीब डेढ़ फुट तक खुदाई की जा रही थी। नतीजतन बारिश के दौरान इन गडढों में पानी भरने से दुकानदारों और राहगीरों को परेशानी हो रही थी। मंगलवार दोपहर साढ़े बारह बजे के आसपास जेसीबी लेकर चालक यहां फिर पहुंचा तो दुकानदार आक्रोशित हो गये और खरी-खोटी सुनाते हुये उसे भगा दिया। इस बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात नहीं हो सकी।



व्यापारियों ने मांगी गंदगी से मुक्ति


मथुरा (DJ 2010.07.20)। कृषि उत्पादन मंडी समिति चौराहे के व्यापारियों ने मंगलवार को बैठक कर प्रशासन से गंदगी से मुक्ति दिलाए जाने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी, कि यदि व्यापारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया तो कारोबार बंद कर आंदोलन किया जाएगा।

जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल का सदस्यता अभियान मंडी चौराहे पर चलाया गया। जिसमें करीब एक सैकड़ा से अधिक युवा व्यापारियों ने सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद बंसल की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्थानीय समस्याओं को गंभीरता से उठाया गया।

वक्ताओं ने कहा कि मुडि़या पूर्णिमा मेला शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक सौंख रोड की समस्याओं को दूर नहीं किया जा सका है। चौराहे पर हालत बिगड़ गए हैं। चारो तरफ गंदगी फैली हुई है। इसका असर व्यापारिक कार्यो पर भी पड़ रहा है।

आवाजाही में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि समस्याओं का निराकरण नहीं कराया गया तो युवा व्यापारी चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा कि सर्वे और नमूना लेने के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इस मौके पर एक संघर्ष समिति का भी गठन किया गया।



सप्ताह भर गांवों में नहीं होगी सफाई


मथुरा (DJ 2010.07.20)। जिले की ग्राम पंचायतें इस सप्ताह सफाई के लिए तरस जाएंगी। कारण, ग्राम पंचायतों के 444 सफाई कर्मचारियों की मुड़िया पूर्णिमा मेला के दृष्टिगत गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में ड्यूटी पर लगा दिया गया है। तीन पालियों में उनकी ड्यूटी ब्लॉक स्थित कैम्प कार्यालय से लगाई जा रही हैं।

इसे “अतिथि देवो भव” की संज्ञा दी जा सकती है कि जिला पंचायत राज विभाग ने ग्रामीणों की चिंता छोड़कर लक्खी मुड़िया पूर्णिमा मेला में दूर-दराज के जनपदों से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा की खातिर अपने सफाई कर्मचारियों को परिक्रमा मार्ग में लगाया है। ऐसा पहली बार हुआ है।

ये सफाई कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाले करीब सत्रह किमी लम्बे परिक्रमा मार्ग पर पांच-पांच सौ मीटर की दूरी पर तैनात किये गये हैं। शेष चार किमी परिक्रमा मार्ग गोवर्धन एवं राधाकुण्ड टाउन एरियाओं के अंतर्गत आता बताया गया है। ग्राम पंचायतों के सफाई कर्मचारियों की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी सुबह आठ बजे से तीन पालियों में राउण्ड दि क्लॉक लगाई गई है।



सुख-शांति की कामना को कलेक्ट्रेट में हवन


मथुरा (DJ 2010.07.20)। बीते करीब दस दिन में तीन घटनाओं से घबराये कलेक्ट्रेट कर्मियों ने कल्याण की कामना लिये कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डीएम के नये कार्यालय में हवन-पूजन किया। आहुति देने वालों में डीएम समेत अन्य अफसर भी शामिल रहे। इस धार्मिक कार्यक्रम को गोपनीय रखने की पूरी कोशिश हुई।

लगभग दस दिन से एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं। पहले गोवर्धन में बिजली संकट को लेकर हुये हंगामे में पथराव के दौरान एसडीएम सदर राकेश मालपानी घायल हो गये थे। इसके बाद 17 जुलाई को मांट एसडीएम राजीव गुप्ता ने अपने सरकारी आवास पर लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी कनपटी पर गोली मार ली।

इस सदमे से कलेक्ट्रेट कर्मी उबर भी नहीं पाये थे कि सोमवार रात्रि कलेक्ट्रेट दफ्तर में सामान्य लिपिक पद पर कार्यरत गिरधारी लाल शर्मा ब्रेन हेमरेज की चपेट में आ गये और उन्हें भी आगरा स्थित कामायनी नर्सिग होम में भर्ती कराया गया है।


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